फर्जी हाजिरी लगा किया जा रहा सरकारी धन का बंदरबाट ।

परसामलिक ।सरकार की महात्वाकांक्षी योजना मनरेगा नौतनवा ब्लॉक में भ्रष्टाचार के भेंट चढ़ कर रह गई हैं । जिसकी वजह से वास्तविक मनरेगा श्रमिको को काम नहीं मिल पा रहा है। वजह यह है की मनरेगा योजना में जो मजदूर कभी काम पर नहीं जाते उनकी घर बैठे हाजिरी लगा उनके खाते में पेमेंट भेज निकलवा लिया जाता है। मनरेगा योजना में गड़बड़ घोटाले पर अंकुश लगाने हेतू भले ही शासन ने श्रमिको की हाजिरी के लिए एनएमएमएस एप की तकनीक अपनाई हो , मगर ये भी भ्रष्टाचारियों के आगे बौनी साबित हो रही है। दरअसल मनरेगा योजना में ऑनलाइन मस्टरोल में श्रमिकों की उपस्थिति फोटो अपलोड के साथ दर्ज की जाती है । लेकिन उसमें भी रोज़गार सेवक घर बैठे श्रमिकों के स्थान पर कार्य कर रहे मजदूरों खड़ा करके ऑनलाइन फर्जी हाजरी भर मजदूरी का बंदर बाट कर रहे है। ऐसा ही मामला नौतनवा ब्लॉक अंतर्गत ग्राम पंचायत कौलही का प्रकाश में आया है। जहां रोजगार सेवक द्वारा ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों के आंखो में धूल झोंक घर बैठे मजदूरों की हाजिरी एनएमएमएस एप लगा सरकारी धन का बंदर बाट किया जा रहा है। ग्राम पंचायत कौलही में कोहरगड्डी पोखरी का खुदाई कार्य ग्राम पंचायत द्वारा बीते 12 मार्च से कराया जा रहा है। श्रमिको के ऑनलाइन हाजिरी के सापेक्ष कार्य स्थल पर श्रमिक दिखाई नहीं दे रहे है। रोजगार सेवक द्वारा मनरेगा कार्य में लगाए गए मजदूरों की ऑनलाइन हाजिरी एक ही फोटो कई एंगल से खींचकर घर बैठे मजदूरों की भी हाजिरी अपलोड की जा रही है। सूत्रों के अनुसार नौतनवा ब्लॉक अंतर्गत कई ग्राम पंचायतों में बड़े स्तर पर फर्जीवाड़ा हो रहा है। कई जगहों पर पूर्व के कराए कामों में भुगतान लेने के लिए कार्यस्थल पर मजदूरों को खड़ा कर फोटो खीच एनएमएमएस एप पर फोटो अपलोड किया जा रहा है । तो कही कम मजदूरों को लगा काम के हिसाब से दो तीन गुने मानव दिवस सृजित दिखाया जा रहा है।अब देखना यह लाजिमी होगा की मामला प्रकाश में आने के बाद संबंधित पर क्या कार्यवाही होती है या लीपापोती कर मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया जाएगा।इस बाबत जेई प्रदीप कुमार ने बताया की प्रकरण संज्ञान में है । स्थलीय निरीक्षण के उपरांत उच्च अधिकारियों को रिपोर्ट प्रेषित किया जाएगा।