बढ़ा सर्विलांस और जागरूकता तो गिरा संचारी रोगों का ग्राफ ।
महराजगंज । जब जिले में सर्विलांस और जागरूकता बढ़ा तो संचारी रोगों का ग्राफ गिरने लगा है। एईएस, जेई, मलेरिया, फाइलेरिया व डेंगू के मरीजों के मृत्यु का भी ग्राफ गिरने लगा है। जो एक सुखद संदेश माना जा रहा है।
जब पूर्वांचल में दिमागी बुखार से पीड़ित नौनिहाल और पीड़ित व्यक्ति काल के गाल में समा रहे थे तो शासन और स्वास्थ्य विभाग ने संचारी रोगों से निजात दिलाने के लिए विशेष योजना बनाई और योजना पर प्रभावी अमल भी शुरू किया गया । डिप्टी सीएमओ डाॅ केपी सिंह ने बताया कि योजना के मुताबिक साल में तीन बार संचारी रोग नियंत्रण माह और दस्तक अभियान चलाया गया । अभियान में 11 विभागों की हिस्सेदारी और जिम्मेदारी भी सुनिश्चित की गयी। अभियान में सबसे विशेष जोर साफ सफाई और निरोधात्मक कार्रवाई पर दिया गया। इसी के साथ दस्तक अभियान में बुखार के मरीजों को चिन्हित कर इलाज के लिए सरकारी अस्पताल भेजने की सलाह दी गयी। टीबी, फाइलेरिया, मलेरिया, चिकनगुनिया, कालाजार और टीबी के लक्षण वाले व्यक्तियों को सूचीबद्ध करके उनका ब्यौरा ई-कवच पोर्टल पर भी फीड किया गया। कुपोषित बच्चों को चिन्हित कर उन्हें सुपोषित करने की भी पहल की गयी।
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एईएस की वर्षवार स्थिति
वर्ष—–ग्रसित——मृत्यु
2021—-177——-9
2022—–85——–4
2023—–85——–2
2024—–38——-0
2025——5——-0
जेई की वर्षवार स्थिति
वर्ष—–ग्रसित—–मृत्यु
2021—-12——–2
2022—–12——-1
2023—–4——–0
2024——5——0
2025——1——-0
डेंगू की वर्षवार स्थिति
वर्ष——ग्रसित—–मृत्यु
2021—–34——-0
2022—–45——-0
2023—–58——-0
2024—–52——-0
2025——-8——-0
चिकनगुनिया, मलेरिया, कालाजार, स्क्रबटाइफस व फाइलेरिया से पांच सालों में नहीं हुई कोई मृत्यु
डिप्टी सीएमओ डाॅ केपी सिंह ने बताया कि पांच सालों में चिकनगुनिया, फाइलेरिया, कालाजार,मलेरिया, स्क्रबटाइफस से कोई मौत नहीं रिकार्ड की गयी है। जिले में फाइलेरिया के वर्ष 2021 में 351, वर्ष 2022 में 410 वर्ष 2023 में 20 वर्ष 2024 में 117 तथा 2025 में कोई मरीज नहीं मिला है। इसी प्रकार मलेरिया के वर्ष 2021 में 6 वर्ष 2022 में 12, वर्ष 2023 में 4, वर्ष 2024 में 5 तथा वर्ष 2025 में एक व्यक्ति ग्रसित मिला है। वहीं पर वर्ष 2021 से 2024 तक कालाजार का एक भी मरीज नहीं मिला था। वर्ष 2025 में एक केस मिला है।