आयुष गो सेवा केन्द्र के तत्वावधान में हुई गोष्ठी
नसरुल्लाह अंसारी की रिपोर्ट
कुशीनगर।वैश्विक सनातन आध्यात्मिक योग शिक्षा संस्थान एवं आयुष गो सेवा केन्द्र के तत्वावधान में रविवार को आयोजित गोष्ठी में मुख्य वक्ता स्वामी दिव्य सागर जी ने आध्यात्मिक चर्चा में शामिल होने का आह्वान किया।नगरपालिका परिषद कुशीनगर के सिसवा कुटी में परिसर में आयोजित गोष्ठी में स्वामी दिव्य सागर ने बताया कि आध्यात्मिक उन्नति का पहला चरण शरीर से शुरू होता है जब तक शरीर की व्याधि और अशांति खत्म नहीं होती है तब तक मानसिक शांति संभव नहीं, इसलिए स्वामी जी ने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को अपने शरीर को स्वस्थ एवं रोग मुक्त रखने के लिए सुबह सवा लीटर पानी का प्रयोग अंदरूनी सफाई के लिए जरूर करना चाहिए। इससे तन की शुद्धता तो बढ़ती है, साथ में मन की शांति भी बनी रहती है। स्वामी जी ने आगे कहा कि आज के वक्त में समाज और राष्ट्र की सुरक्षा और शांति बनाए रखने की जिम्मेदारी सिर्फ पुलिस प्रशासन के लोगों के पास ही नहीं है यह एक ऐसी जिम्मेदारी है जो प्रत्येक नागरिक को अपना कर्तव्य फर्ज समझकर निभाना चाहिए। स्वामी दिव्य सागर ने जापान का उदाहरण देते हुए कहा कि जापान के छोटे बच्चे भी बिना किसी भय के अपने स्कूल, बाजार जाते हैं। माता – पिता को उन बच्चों की सुरक्षा की कोई चिंता नहीं होती। बच्चे सिर्फ माता-पिता की जिम्मेदारी नहीं हैं बल्कि पूरे समाज की जिम्मेदारी होते हैं। जिम्मेदारी व कर्तव्य के परिणाम स्वरूप जापान का समाज सुरक्षित है और औद्योगिक दृष्टि से विकास कर रहा है। भारत एक ऐसा राष्ट्र है जो आध्यात्मिक दृष्टि से पूरे विश्व को मार्गदर्शन कर सकता है लेकिन यह तभी संभव होगा जब प्रत्येक नर नारी राष्ट्र के निर्माण और तरक्की में सहयोगी बनें। कहा कि भारत वह भूमि है यहां सभी अवतार जन्म लेते हैं और मूल रूप से विश्व के बड़े धर्मों का जन्मस्थली भारत ही रहा है। उस विश्व गुरु के पूर्व स्थिति को पुनः प्राप्त करने के लिए हमें अपने शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक उन्नति के लिए अवश्य कार्य करना चाहिए। आज की अध्यात्मिक चर्चा का आयोजन समाज को दृष्टि में रखकर किया गया है। ऐसे कार्यक्रम में सम्मिलित होना चाहिए। अध्यक्षता महन्थ शिव शरण दास ने किया । स्वागत व प्रस्ताविकी थानाध्यक्ष डा० आशुतोष कुमार तिवारी ने व्यक्त किये। आभार डा० चन्द्रशेखर सिंह ने प्रकट किया। संचालन रिंकू सिंह ने किया। इस अवसर पर सुरेश प्रसाद गुप्त, डा0 देवेन्द्र प्रताप सिंह, रामजी सिंह, अनिरुद्ध सिंह, बृज बिहारी सिंह, डा0 सी पी सिंह, बैरिस्टर सिंह, संजय सिंह, दयाशंकर सिंह, पप्पू पाण्डेय, मंकेश राय, मदन मोहन अग्रहरि, प्रद्युम्न पटेल, अजय यादव, साहू जी, देवानंद, शुभम, शोभित, विकास, अमरेन्द्र आदि उपस्थित रहे।