एनएचएआई विभाग के बड़े घोटालें का हुआ भण्डाफोड़, एक प्राइमरी का शिक्षक भी है शामिल

जौनपुर । एनएचएआई विभाग में भारी फर्जीवाड़ा का मामला समाने आया है। इस विभाग के कर्मचारी फर्जी दस्तावेज तैयार करके सरकार को चुना लगाया है। डीएम ने औचक निरीक्षण करके करीब छह घंटे तक जांच पड़ताल किया। जांच में चार कर्मचारी इस मामले में लिप्त पाये गये है। दो संविदा कर्मचारियों कों बरखास्त कर दिया गया। अमीन को कलेक्टेेªट से अटैच कर दिया गया तथा एक प्राथमिक शिक्षक के नोटिस जारी किया है। डीएम के अनुसार काकस बनाकर यह फर्जीवाड़ा किया जा रहा था। कम्प्यूटर आपरेटर से अनबन होने के बाद इस मामले का भण्डाफोड़ हुआ है। डीएम ने संदिग्ध कर्मचारियों का मोबाइल जब्त कर लिया तथा एनएचआई कार्यालय को सील कर दिया है। इस मामले की जांच डीएम कल भी करेगें। हलांकि कितने रूपये का घोटाला हुआ है यह अभी स्पष्ट नही हुआ है।
सरकार द्वारा सड़क बनाने के लिए अधिग्रहित की गयी जमीनों का कास्तकारों को मुआवजा एनएचआई विभाग द्वारा दिया जाता है। इस विभाग का मुखिया भू एवं राजस्व अधिकारी को बनाया गया है। इस विभाग के कर्मचारी एसडीएम के फर्जी हस्ताक्षर और मुहर लगाकर खुद दस्तावेज तैयार करके फर्जी कास्तकारों के खाते में पैसा भेजने का काम कर रहे थे। इसकी शिकायत इस विभाग के कम्प्यूटर आपरेटर ने डीएम से किया था। डीएम ने आज दोपहर करीब दो बजे पूरे लाव लश्कर के साथ एनएचआई कार्यालय पहुंचकर जांच पड़ताल किया। करीब छह घंटे की जांच में पता चला कि विभाग के चार कर्मचारी काकस बनाकर फर्जी दस्वेज तैयार करके चार लोगों के खाते में पैसा ट्रांसफर किया है ।डीएम रविन्द्र कुमार मांदड़ ने बताया कि मुझे शिकायत मिला था कि एनएचआई कार्यालय में फर्जी पेमेंट किया जा रहा है, मैने इसकी बारीकी से जांच किया, जांच में संदिग्ध ट्रांजेक्शन और पत्रावलिया मिली है जो तहसीलों से नही आयी है जो यहां पर बनाया गया है। इसमें तीन कर्मचारी कानून गो संतोष तिवारी, कम्प्यूटर ऑपरेट हिमांशू , और कलर्क अनिल यादव शामिल पाये गये है इनके साथ प्राथमिक शिक्षक राहुल सिंह संलिप्त पाये गये है। राहुल का कार्यालय स्टाफ से चैट्स व अन्य साक्ष्य मिला है। कल सभी को पुनः कार्यालय पर बुलाया गया है। एक दो दिन में जांच करेगें। प्रभारी अधिकारी सीआरओं को निर्देश दिया गया है कि अमीन शासकीय अधिकारी है उन्हे कलेक्टेªट वापस भेजा जाय, दो संविदा कर्मचारियों की संविदा समाप्त किया गया तथा बेसिक शिक्षा के टीचर राहुल सिंह को नोटिस जारी किया गया है। कल इस पुनः जांच किया जायेगा। डीएम ने माना कि ये लोग एसडीएम की फर्जी मुहर, फर्जी हस्ताक्षर बनाकर तीन फाइल तैयार किया है। डीएम ने कहा कि शिकायतकर्ता कम्प्यूटर आपरेटर भी संदिग्ध है ये लोग काकस बनाकर यह कार्य करते रहे है जिसके कारण यह मामला खुल गया। डीएम ने कहा कि इस मामले में बड़े अधिकारी की जांच किया जायेगा।