गर्मी/ लू से पीड़ित व्यक्तियों के उपचार के लिए स्वास्थ्य महकमा एलर्ट

महराजगंज । इन दिनों कड़ी धूप और लू के चलते पशु पक्षी और मानव सभी बेहाल हैं। हीट वेव के चलते दोपहर के समय घर से निकलने में दिक्कतें हो रहीं है। तेज गर्मी के साथ पछुआ हवा लोगों की मुश्किलें बढ़ा दे रही है। दोपहर के समय तो सड़कों पर भी आवागमन कम देखा जा रहा है। गर्मी और धूल भरी तेज हवा को देखते हुए लोग जरूरी काम सुबह शाम निपटा लेना चाहते हैं।अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ. राजेंद्र प्रसाद ने बताया कि उमस भरी गर्मी की वजह से अस्पतालों में बुखार. उल्टी -दस्त के मरीजों की संख्या बढ़ रही है। गर्मी की चपेट में सर्वाधिक बच्चे, गर्भवती, बुढ़े और श्रमिक आ रहे हैं। जिला अस्पताल में प्रतिदिन गर्मी से पीड़ित करीब 150 मरीज इलाज के लिए आ रहे हैं। गर्मी देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने पम्फलेट के जरिए एडवाइजरी जारी कर दिया है। जन समुदाय से अपील है कि गर्मी से बचाव के लिए विशेष सावधानी बरतें. ।उन्होंने बताया कि गर्मी से पीड़ित व्यक्तियों के उपचार के लिए स्वास्थ्य विभाग एलर्ट है। इसके लिए जिला संयुक्त चिकित्सालय में एक वार्ड बनाने के लिए निर्देशित किया गया है। जहां पर हीट वेव से पीड़ित मरीजों का त्वरित उपचार हो सकेगा। जिले के सभी सामुदायिक और प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर हीटवेव से बचाव के लिए आवश्यक दवाएं उपलब्ध करा दी गयी है.
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हीट वेव से बचाव के लिए क्या करें
-घर से बाहर निकलते समय शरीर को ढककर रखें और हल्के रंग के आराम दायक कपड़े पहनें।
-धूप में बाहर जाते समय छाता और आंखों पर धूप का चश्मा लगाएं ।
-थोड़े-थोड़े समय पर तरल पदार्थ पानी,नीबू पानी, शिकंजी, नारियल पानी आदि पीते रहें।
-घर, कार्यस्थल आदि स्थानों पर सूर्य की सीधी रोशनी को रोकने के लिए पर्दा आदि का इंतजाम करें ।
-जानवरों को छायादार स्थानों पर रखें । बच्चों, बुजुर्ग व बीमार व्यक्तियों पर विशेष ध्यान रखें।
-हीट वेव के लक्षण दिखने पर नजदीकी सरकारी अस्पताल पर सम्पर्क करें।
-इलाज कराने जाने के लिए एम्बुलेंस का सहयोग लें।
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गर्मी से बचाव के लिए बरतें सावधानी
-अत्यधिक गर्मी दोपहर 12 बजे से चार बजे तक) बाहर धूप में न जाएं- नंगे पैर व बदन धूप में न निकलें।
-अधिक प्रोटीनयुक्त और बासी भोजन का सेवन न करें।
-धूप में खड़ी गाड़ियों में बच्चों और जानवरों को न छोड़े।
-गहरे और चटक रंग के कपड़े न पहनें। घर से बाहर निकलते समय तंग और छोटे कपड़े न पहनें।
-बंद और अधिक गर्मी वाले स्थानों पर भोजन न बनाएं।
-अधिक गर्मी में श्रम न करें।
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हीट वेव से पीड़ित मरीजों के दिए छह बेड का बना वार्ड
जिला संयुक्त चिकित्सालय के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डाॅ.एपी भार्गव ने बताया कि उच्चाधिकारियों के निर्देश पर जिला अस्पताल में हीट वेव से पीड़ित मरीजों के इलाज के लिए छह बेड का वार्ड बनाया गया है।जिसमें एसी, आइसपैक, थर्मामीटर. ओआरएस, ग्लुकोज एवं आवश्यक दवाएं उपलब्ध हैं. ।