फर्जीवाड़ा: घर बैठे श्रमिकों की फर्जी हाजिरी लगा लाखो रुपए गबन करने का प्रयास ।

परसामलिक ।मनरेगा योजना में हो रहे घोटाले पर प्रभावी अंकुश लगाने के लिए भले ही शासन ने मनरेगा के तहत कार्य कर रहे श्रमिकों की उपस्थिति दर्ज करने के लिए एनएमएमएस एप की तकनीक अपनाई हो, मगर ये भी घोटालेबाजो के खेल के आगे फेल साबित होती नजर आ रही है। दरअसल मनरेगा योजना के तहत कराए जा रहे कार्यों मे कार्यरत श्रमिकों की ऑनलाइन मस्टरोल में फोटो अपलोड के साथ उपस्थिति दर्ज की जाती है । लेकिन उसमें भी रोजगार सेवक कूट रचित तरीके से कार्य स्थल पर कार्यरत चंद श्रमिकों को घर बैठे मजदूरों के स्थान पर दुबारा खड़ा करके फर्जी हाज़िरी लगा लाखों का गोलमाल कर रहे है। ऐसा ही मामला नौतनवा विकासखंड के ग्राम पंचायत कौलही का प्रकाश में आया है। जहां ग्राम पंचायत द्वारा मनरेगा के तहत कोहरगड्डी पोखरी के खुदाई कार्य हेतु बीते 12 मार्च से 23 मार्च तक मस्टररोल जारी कराया गया। कई दिनों तक कूट रचित तरीके से वर्तमान में कार्य कर रहे मजदूरों के सापेक्ष अधिक लोगो की हाजिरी भरी गई। स्थलीय पड़ताल में कार्य स्थल पर सृजित मानव दिवस के सापेक्ष मौके पर काम नहीं दिखा। जिसकी शिकायत संबंधित तकनीकी सहायक से की गई। दैनिक पेपर अमर भारती ने 22 मार्च के अंक में ” मनरेगा श्रमिकों की घर बैठे लग रही हाजिरी” नामक शीर्षक से प्रमुखता से प्रकाशित किया था। बावजूद जेई की मिली भगत से उक्त कार्य पर बीते 30 मार्च को लाखों रुपए के भुगतान के लिए एमबी करा दिया गया। रोजगार सेवक द्वारा उक्त कार्य के बाबत पुन: 2 अप्रैल से 15 अप्रैल तक मस्टररोल जारी करा एनएमएमएस एप पर फर्जीवाड़ा कर कई दिनों तक पूर्व के कराए गए कार्यों का फोटो अपलोड कर घर बैठे श्रमिकों की फर्जी हाजिरी दुबारा भरी गई जबकि मौके पर श्रमिक नदारद मिले। एनएमएमएस एप पर रोजगार सेवक द्वारा प्रतिदिन किए गए श्रमिकों के अपलोड फोटो की बारीकी से जांच की जाए तो मामले का खुलासा हो जाएगा। सूत्रों के अनुसार नौतनवा ब्लॉक अंतर्गत कई ग्राम पंचायतों में बड़े स्तर पर फर्जीवाड़ा हो रहा है। कई जगहों पर पूर्व के कराए कामों में भुगतान लेने के लिए कार्यस्थल पर मजदूरों को खड़ा कर फोटो खीच एनएमएमएस एप पर फोटो अपलोड किया जा रहा है तो कही कम मजदूरों को लगा काम के हिसाब से दो से चार गुणा मानव दिवस सृजित दिखाया जा रहा है ।