उमस भरी गर्मी और बरसात में बढ़े चर्म रोगी ।
प्रति दिन जिला अस्पताल में इलाज कराने आ रहे 150 से 175 चर्म रोगी ।

महराजगंज ।उमस भरी गर्मी और बरसात की वजह से त्वचा रोगियों की संख्या में वृद्धि होने लगी है। जिला अस्पताल की ओपीडी में प्रतिदिन औसत औसतन 150 से पौने दो सौ चर्म रोगी पंजीकरण करा रहे हैं, जिनका समुचित इलाज भी किया जा रहा है।
चर्म रोग विशेषज्ञ डॉ एके द्विवेदी ने बताया कि उमस भरी गर्मी और पसीने की वजह से इन दिनों घमौरी , बच्चों में मवाद वाले फोड़े, फुंसी, बड़े बुजुर्गों में दाद दिनाय, पूरे शरीर पर घमौरिया, चकत्ते और जूलपुत्ति जैसी बीमारी के मरीज बढ़ गए हैं। गर्मी और बरसात की वजह से फंगस इन्फेक्शन के भी मरीज बढ़ रहे हैं। फंगल इन्फेक्शन शरीर का पसीना रूकने वाले स्थानों पर अधिक होता है। जैसे जांघ, छाती का निचला हिस्सा, उंगलियों के बीच में फैल जाता है। उन्होंने कहा कि संक्रमण जो मानव त्वचा को प्रभावित करते हैं उसे त्वचा रोग कहते हैं। त्वचा को प्रभावित करने वाले अधिकांश रोग त्वचा की परतों से शुरू होते हैं । त्वचा रोग अस्थायी और स्थायी हो सकता है जो दर्द रहित और दर्द युक्त भी होते हैं । अधिकांश चर्म रोग सूक्ष्म होते हैं ।
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चर्म रोग से बचाव :
साफ सफाई पर विशेष ध्यान दें।
साबून से अपने हाथों को बार बार धुलें।
सादा भोजन करें
-खूब पानी पिएँ ।
-ज्यादा धूप में काम न करें ।
-पसीने वाले अंगों को सूखा रखें ।
-अपने मन से कोई दवा न लें ।
-चर्म रोग हो तो चिकित्सक से दिखाएं।
-तंग कपड़े न पहनें।