551 बांस की लकड़ी से बना यज्ञमण्डप बना चर्चा का विषय

नसरुल्लाह अंसारी की रिपोर्ट
कुशीनगर।फाजिलनगर ब्लाक के सेमरा धाम में पांच दिसम्बर से प्रस्तावित शतचंडी महायज्ञ एवम जगत गुरु रामभद्राचार्य की राम कथा को लेकर तैयारी अपने अंतिम चरण में है। महायज्ञ के लिए बना यज्ञमंडम क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है।बिहार के मुजफ्फर पुर निवासी दिनेश साहनी और उनके पांच साथियों ने 551 बांस से चार मंजिल ऊंचा यज्ञमण्डपम का निर्माण बीते 15 दिनों से करने में लगे हैं।यज्ञमण्डप के लिए घाघी नदी के किनारे स्थित विशेष घास को भी मंगाया गया है।करीब 21 किलो कांटी तथा 40 लीटर आयल पेंट से बन रहे यज्ञमण्डपम में नवग्रह,हाथी,घोड़े,बाराह,मोर,बाघ आदि धार्मिक महत्व के चित्र यज्ञमंगपम के चारों तरफ की दीवारों पर बॉस के पतली-पतली लकड़ी से तैयार उन्हें विभिन्न आकर्षक रंगों से पेंट किया जा रहा है। आलम यह है कि इसकी खूबसूरती सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद श्रद्धालुओं के देखने का तांता लगा हुआ है।महायज्ञ के अध्यक्ष तथा योगेंद्र सिंह तथा मण्डपम निर्माण वयवस्था के संचालक महेंद्र दुबे ने बताया कि 4 दिसम्बर को कलश यात्रा के पूर्व यज्ञमण्डपम को अंतिम रूप दे दिया जाएगा।इनसेट स्पेशल इंलिजेन्स,यातायात निरीक्षक ने किया कथास्थल का निरीक्षणतुर्कपट्टी। बृहस्पतिवार को स्पेशल इंलिजेन्स,लोकलइंलिजेन्स यूनिट,जनपद यातायात निरीक्षक,स्थानीय पुलिस इंस्पेक्टर अनिल सिंह ने कथास्थल का निरीक्षण किया। खासकर स्पेशल इंलिजेन्स की टीम ने आयोजक मण्डल से जुड़े,अनिल निर्मल,प्रमोद सिंह,विकास तिवारी,अनिल प्रजापति आदि से कथामन्च,पार्किंग,वीआईपी गैलरी तथा मंच तक लोगों के आने और डी एरिया की जानकारी ली।रामकथा के पश्चात जगतगुरु रामभद्राचार्य के सोहंग निवासी हैपी शुक्ल के निवास पर बनाये जा रहे विश्रामस्थल को देखने पहुंचे अधिकारियों ने पशुपति शुक्ला,रणजीत सिंह, अक्षयबर शुक्ल से एक बिंदु की जानकारी लेते हुए पूरे आवास का निरीक्षण किया।