डायल-112: इमरजेंसी लोकेशन सर्विस और महिला एस्कॉर्ट सुविधा से विश्वास बढ़ा ।
महाराजगंज । उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने अपने आठ वर्षों के कार्यकाल में सेवा, सुरक्षा और सुशासन को प्राथमिकता देते हुए कानून व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने की दिशा में ऐतिहासिक कार्य किए हैं। प्रदेश में पुलिस तंत्र को आधुनिक और जनहितैषी बनाने के उद्देश्य से अनेक नवाचार लागू किए गए हैं, जिससे अपराध नियंत्रण और जनसुरक्षा को नया आयाम मिला है। आठ साल पूरे होने पर जनपद मुख्यालय मैदान में तीन दिवसीय विकास प्रदर्शनी लगाई गई, जिसमें उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा संचालित विभिन्न कार्यक्रमों एवं योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी गई। यातायात पुलिस द्वारा यातायात नियमों, निरीक्षण प्रक्रियाओं एवं पूरे वर्ष की गई सुरक्षा एवं जागरूकता से संबंधित कार्रवाईयों को प्रदर्शित किया गया। मिशन शक्ति अभियान के तहत व्यापक जागरूकता अभियान चलाकर एंटी रोमियो टीम ने विद्यालयों, बाजारों, चौक-चौराहों पर महिलाओं, बालिकाओं एवं छात्र-छात्राओं को सुरक्षा का एहसास कराया। महिलाओं की स्वयं सुरक्षा से संबंधित विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन कर नारी शक्ति को अधिक सुरक्षित एवं सशक्त बनाया गया। डायल 112 योजना के माध्यम से बेहतर सुरक्षा व्यवस्था उपलब्ध कराई गई।
महराजगंज पुलिस ने प्रदेश सरकार की नीति को प्रभावी ढंग से लागू कर कानून व्यवस्था की सुदृढ़ता और अपराध नियंत्रण में महत्वपूर्ण उपलब्धियाँ हासिल की हैं। पुलिस अधीक्षक सोमेंद्र मीणा के नेतृत्व में जिले में इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट, मिशन शक्ति, साइबर क्राइम नियंत्रण, यातायात प्रबंधन और आधुनिक पुलिसिंग के तहत विभिन्न ऑपरेशनों का संचालन किया गया। समस्त थाना परिसरों में आगंतुक कक्ष, पिंक शौचालय, बैरक और विवेचना कक्ष का निर्माण किया गया, वहीं पुलिस लाइन में मल्टी स्टोरी बिल्डिंग, पुलिस परिवार हेतु लाइब्रेरी, जिम, कैंटीन और चिल्ड्रन पार्क जैसी सुविधाओं का विकास कर पुलिसकर्मियों का मनोबल बढ़ाया गया। महिला सुरक्षा और सशक्तिकरण के लिए एंटी रोमियो स्क्वाड लगातार स्कूल-कॉलेजों और सार्वजनिक स्थलों पर पेट्रोलिंग कर रहा है। ऑपरेशन गरुण, ऑपरेशन खोज और ऑपरेशन मजनू के तहत महिलाओं व बालिकाओं को आत्मरक्षा का प्रशिक्षण देकर जागरूक किया गया। ऑपरेशन त्रिनेत्र के तहत 16,220 सीसीटीवी कैमरों की स्थापना से अपराध नियंत्रण को प्रभावी बनाया गया। वहीं, ऑपरेशन कन्विक्शन के तहत प्रभावी पैरवी कराकर 833 मुकदमों में 1,635 अपराधियों को सजा दिलाई गई। यातायात पुलिस ने डेसिबल मीटर, बॉडी वॉर्न कैमरा, ब्रीथ एनालाइजर और स्पीड रडार गन जैसे उपकरणों का उपयोग कर सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाई। डायल-112 सेवा को अत्याधुनिक तकनीक से जोड़कर 24 विभागों का एकीकरण किया गया है। इमरजेंसी लोकेशन सर्विस से घटनास्थल की सटीक जानकारी प्राप्त कर त्वरित कार्रवाई संभव हुई है। महिला एस्कॉर्ट सेवा के तहत रात्रि 10 बजे से सुबह 6 बजे तक महिलाओं को सुरक्षित उनके गंतव्य तक पहुँचाने की सुविधा उपलब्ध कराई गई। साइबर अपराध नियंत्रण के लिए साइबर थाना और हेल्प डेस्क स्थापित की गई, जिससे अब तक ₹1.25 करोड़ की ठगी गई धनराशि जनता को लौटाई गई है। साइबर अपराध से बचाव हेतु 1930 टोल-फ्री नंबर की सुविधा दी गई और साइबर वॉलंटियरों के माध्यम से जनता को जागरूक किया जा रहा है। प्रदेश सरकार द्वारा लागू नए कानूनों के तहत जीरो एफआईआर, ई-एफआईआर, छोटे अपराधों में सामुदायिक सेवा दंड का प्रावधान और आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति अपनाई गई है। महिला अपराधों पर सख्त कार्रवाई सुनिश्चित कर आजीवन कारावास या मृत्युदंड तक की सजा का प्रावधान किया गया है। योगी आदित्यनाथ सरकार के नेतृत्व में यूपी पुलिस की सतर्कता और आधुनिक पुलिसिंग नीति ने प्रदेश को सुरक्षित और अनुशासित वातावरण प्रदान किया है। महराजगंज पुलिस अधीक्षक सोमेंद्र मीणा के कुशल नेतृत्व में जनपद में सुरक्षा और अपराध नियंत्रण के क्षेत्र में अभूतपूर्व कार्य किए गए हैं, जिससे आम जनता में पुलिस के प्रति विश्वास बढ़ा और अपराधियों में कानून का भय व्याप्त हुआ।