सारनाथ से देवदह पहुँची धम्मचारिका पदयात्रा
पदयात्रा में 5000 उपासक और डेढ़ सौ बौद्ध भिक्षु हैं शामिल ।
महराजगंज । लक्ष्मीपुर सारनाथ से देवदह होते हुए कुशीनगर तक धम्मचारिका यात्रा मंगलवार को देवदह में पहुंच गई है। जिसमें सैकड़ों बौद्ध भिक्षु और बौद्ध धर्मावलंबी शामिल हैं। जगह जगह बौद्ध भिक्षुओं का अभूतपूर्व स्वागत हो रहा है। सुबह राजमन्दिर खुर्द से मोहनापुर रेलवे ढाला से होते हुए लक्ष्मीपुर बाजार से देर सायं मुड़ली चौराहा देवदह तक भव्य स्वागत हुआ। जिसमें बच्चे, महिलाएं बढ़चढ़कर भाग लिया।
देवदह रामग्राम बौद्ध विकास समिति के पदाधिकारियों और क्षेत्रीय उपासक उपासिकायों ने स्वागत कर बौद्ध भिक्षुओं का मनोबल बढ़ा रहे हैं। देवदह रामग्राम बौद्ध विकास समिति के अध्यक्ष जितेंद्र राव ने बताया कि देवदह में 4 दिसंबर सुबह पूजा अर्चना धम्म देशना पाठ किया जाएगा। उन्होंने बताया कि सारनाथ स्थित भगवान बुद्ध की उपदेश स्थली से यह पदयात्रा 16 नवंबर से धम्मचारिका पदयात्रा शुरू हुई है जो कुशीनगर में जाकर समाप्त होगी। इस पदयात्रा मे 500 किलोमीटर की यात्रा पैदल तय करेंगे। इस दौरान रस्ते में पड़ने वाले गांव में बौद्ध के सन्देश को आम जन तक पहुंचाएंगे। यह धम्मचारिका 8 दिसम्बर को कुशीनगर में समाप्त होगी। जहां विशाल धम्म सभा का आयोजन होगा। देवदह रामग्राम बौद्ध विकास समिति के अध्यक्ष जितेंद्र राव ने कहा कि बौद्ध भिक्षु चंदिमा थेरो के नेतृत्व में आयोजित धम्मचारिका पद यात्रा में शामिल बौद्ध भिक्षुओं और उपासक उपासिकाओं का भव्य स्वागत की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि देवदह स्तूप का पूजा अर्चना के बाद 4 दिसंबर सुबह रामग्राम पूजा अर्चना और 4 दिसंबर को ही महराजगंज मुख्यालय पर रात्रिविश्राम कराया जाएगा। पुनः 5 दिसंबर को कुशीनगर के लिए रवाना किया जाएगा।
500 किमी , 5 जिलों की पदयात्रा कर रहे हैं 5000 बौद्ध भिक्षुओं व उपासकों की टीम ।
देवदह रामग्राम बौद्ध विकास समिति के अध्यक्ष जितेंद्र राव ने बताया कि बुद्ध का संदेश लेकर यह यात्रा वाराणसी से गाजीपुर, बलिया, देवरिया, गोरखपुर होते हुए महराजगंज से होते हुए 8 दिसंबर को कुशीनगर पहुंचेगी। इनके भोजन आदि की व्यवस्था जगह जगह स्थानीय लोगों द्वारा निर्धारित की गई है। कुशीनगर में एक बड़ी धम्म सभा का आयोजन किया गया है।इस अवसर पर सारनाथ के भंते भिक्षु चंदिमा थेरो, जितेंद्र राव, डॉ राजेश यादव, हरिश्चंद्र चौधरी, रोहित, सन्तराम, अखिलेश सहित सैकड़ों बौद्ध भिक्षु और बौद्ध धर्मावलंबी उपस्थित रहे।