उत्तर प्रदेशस्वास्थ्य

सीएमओ ने दिया हाथीपाँव के मरीज को एमएमडीपी किट ।

महराजगंज ।मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ श्रीकांत शुक्ला ने बुधवार को अपने कार्यालय कक्ष में राजेंद्र प्रसाद 70 नाम के हाथीपांव के मरीज को मार्बिडीटी मैनेजमेंट एंड डिसएबलिटी प्रिवेंशन एमएमडीपी किट दिया। वहीं पर व्यायाम का तरीका भी बताया गया। यह भी बताया गया कि एमएमडीपी किट के इस्तेमाल से संक्रमण होने की आशंका कम हो जाती है। जिले में हाथीपांव के कुल 410 मरीजों को एमएमडीपी किट वितरित करने के लिए सीएचसी पीएचसी पर भेज दिया गया है। सीएमओ ने कहा कि फाइलेरिया एक परजीवी रोग है,जो बुचेरिया ब्रोन्कफटाई एवं बी.मलाई के कारण होता है। जब क्यूलेक्स ग्रुप की मादा मच्छर फाइलेरिया ग्रस्त व्यक्ति का रक्त चूसने के बाद किसी स्वस्थ मनुष्य का रक्त चूसती है तो उस व्यक्ति में भी इस रोग का संक्रमण हो जाता है । फाइलेरिया के लक्षण और बचाव की जानकारी देते हुए सीएमओ ने बताया कि फाइलेरिया शरीर के लटकने वाले अंगों को प्रभावित करता है। हाथ, पैर, पुरुष जननांग और महिलाओं के स्तन में सूजन के रूप में इसका प्रभाव दिखता है। फाइलेरिया से बचने के लिए सभी लोग पांच साल तक साल में एक बार फाइलेरिया की दवा जरूर खाएं। यह भी कहा कि दो वर्ष से कम उम्र के बच्चों, गर्भवती और गंभीर बीमारी से पीड़ित व्यक्ति को दवा नहीं दी जानी है। इस अवसर पर पर डाॅ. संतोष ओझा, जिला मलेरिया परामर्शदाता कालेश्वर चौधरी, मलेरिया निरीक्षक प्रिंस कुमार मौजूद रहे।
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मिली सामग्री :
नगर पालिका परिषद महराजगंज के नेहरू नगर वार्ड निवासी फाइलेरिया मरीज राजेन्द्र प्रसाद 70 ने बताया कि वह 35 साल से फाइलेरिया हाथीपांव के मरीज हैं। हाथीपांव की वजह से बहुत परेशानी होती है। किट में बाल्टी, जग, टब, दवा, तौलिया आदि सामान मिला है। साथ ही व्यायाम के तरीका भी बताया गया। घर के आस-पास साफ सफाई रखने व मच्छरदानी का प्रयोग करने के लिए भी कहा गया है।

 

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