गुणवत्तापूर्ण टीकाकरण के बारे में प्रशिक्षित की जा रहीं एएनएम ।

महराजगंज ।मातृ शिशु मृत्यु दर में कमी लाने के लिए गर्भवती और बच्चों का नियमित टीकाकरण भी जरूरी है। गुणवत्तापूर्ण टीकाकरण के लिए एएनएम को प्रशिक्षित किया जा रहा है। अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ. राकेश कुमार ने बताया कि जिला होमियोपैथिक चिकित्सालय सभागार में करीब 20 एएनएम को नियमित टीकाकरण के लिए दो दिवसीय प्रशिक्षण का शुभारंभ सोमवार से किया गया. प्रशिक्षण में शामिल एएनएम को नियमित टीकाकरण से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी दी जा रही है। उन्होंने कहा कि नियमित टीकाकरण के सफल संचालन के लिए कर्मियों का प्रशिक्षित होना जरूरी है। प्रशिक्षण का उद्देश्य एएनएम को नियमित टीकाकरण के फायदे के बारे में अवगत कराना, टीके के रख-रखाव के तरीके बताना और कितने समय पर कौन सा टीका लगाया जाये, इस संबंध में सही-सही जानकारी देना है।
डिप्टी सीएमओ डाॅ.वीर विक्रम सिंह ने प्रशिक्षण के दौरान एक-एक टीके बारे में भी बताया कि कौन सा टीका कितने दिन पर लगाया जाता है। बीच बीच में टीके और टीके के फायदे के बारे में सवाल भी किया. वहीं पर विभिन्न बिन्दुओं पर प्रशिक्षुओं के दुविधा का भी समाधान किया । यह भी बताया कि नियमित टीकाकरण के तहत बच्चों को 12 प्रकार की गंभीर बीमारियों से बचाव के टीके सरकारी प्रावधानों के तहत लगाए जाते हैं। पांच साल में सात बार टीकाकरण जरूरी बताया। स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी भागवत सिंह ने बताया कि नियमित टीकाकरण से टीबी, हेपेटाइटिस-बी, पोलियो, गलघोंटू, काली खांसी, टिटनेस, डायरिया, निमोनिया, खसरा, रूबेला एवं जापान इंसेफेलाइटिस आदि हैं। उन्होंने एनएचएम की स्थापना के बाद से ही मातृ शिशु मृत्यु दर में कमी लाने के लिए सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों और उपलब्धियों के बारे भी प्रश्नोत्तरी के जरिए विस्तार बताया। टीकाकरण की बारीकियों के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी। स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी उमेश शाही ने बताया कि प्रकार अन्य कई प्रकार की संक्रामक बीमारियों से बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी तालिका के अनुरूप नियमित टीकाकरण कार्यक्रम के तहत बच्चों को सभी जानलेवा बीमारियों से बचाव के टीके लगाये जाते हैं। इसलिए सभी एएनएम नियमित टीकाकरण के लिए सचेत रहें। अगर गांव या नगर में कहीं भी कोई बच्चा पैदा होता है तो सूचना धीरे-धीरे पूरे गांव में फैल जाती है। ऐसी सूचना मिलने पर उसके घर जाकर जीरो डोज लगाएं ।प्रशिक्षण लेने वाली एएनएम में मंजू विश्वकर्मा, उषा देवी, पूजा तिवारी, प्रियंका पटेल, अंकिता, सुमन, पिंकी, प्रतिभा प्रमुख तौर पर मौजूद रहीं।
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प्रशिक्षण के पहले लिया गया प्री-टेस्ट
नियमित टीकाकरण के लिए प्रशिक्षण लेने वाली एएनएम से प्रशिक्षण शुरू होने से पहले टीके, टीकाकरण एवं बीमारी के संबंध में प्री-टेस्ट भी लिया गया।
प्री-टेस्ट का मूल्यांकन करते हुए स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी उमेश शाही ने बताया कि प्रशिक्षण से पहले प्री-टेस्ट लेने का मुख्य उद्देश्य एएनएम को कितनी जानकारी है इसकी जानकारी लेना है।