संसद के मानसून सत्र में जनहित में कई विधेयक हुआ पारित: विजय दुबे

नसरूल्लाह अंसारी की रिपोर्ट
कुशीनगर। संसद का मॉनसून सत्र अपने आप में एक अत्यंत सफल एवं प्रभावी सत्र रहा है। सत्रारंभ के पूर्व से ही विपक्ष के घमंडिया गठबंधन का रवैय्या देश के सामने आ चुका था। मणिपुर में हुई दुर्भाग्यजनक हिंसा के आड़ में संसद की कार्यवाही को बाधित एवं देश की जनता को गुमराह करने का षड़यंत्र रचा गया। परन्तु जैसे-जैसे संसद का सत्र आगे बढ़ा, विपक्ष के घमंडिया गठबंधन का असली चहेरा उजागर हो गया है। देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में अनेक विधेयक जनहित में पारित हुए एवं विपक्ष के घमंडिया गठबंधन का भ्रामक दुष्प्रचार विफल हुआ है।
यह बातें सांसद विजय कुमार दूबे ने रविन्द्र नगर सर्किट हाउस में पत्रकार वार्ता में कहा। उन्होंने कहा कि विपक्ष के घर्मडिया गठबंधन द्वारा लगातार किए जा रहे व्यवधानों और हंगामे के बावजूद, मोदी सरकार ने आम नागरिकों के जीवन को और अधिक सरल एवं सुविधाजनक बनाने हेतु महत्वपूर्ण विधायी सुधार पारित किए हैं। यह न केवल आम जनता के हित में काम करने के मोदी सरकार के दृढ़ संकल्प को दर्शाता है, बल्कि विपक्ष के घमंडिया गठबंधन द्वारा खेली जा रही संवेदनहीन और संकीर्ण सोच वाली राजनीति को भी उजागर करता है। सत्र के दौरान बाधाएं पैदा करने की तथा देश की जनता को गुमराह करने के विपक्ष के घमंडिया गठबंधन के विफल प्रयासों के बाद भी, मोदी सरकार ने सेवा, सुशासन और गरीब कल्याण पर ध्यान केंद्रित करते हुए भारत को अमृत काल में ले जाने की दिशा में अपने कदमों को मजबूती से आगे बढ़ाया है। बताया कि सत्र में लोकसभा और राज्यसभा के साथ 25 सरकारी विधेयक प्रस्तुत किए गए। 23 विधेयक दोनों सदनों में पारित हुए, जबकि 07 विधेयक 11 अगस्त 2023 तक भारत के राजपत्र में अधिसूचित किए गए हैं।सरकार ने औपनिवेशिक आपराधिक कानूनों को निरस्त करने और अमृत काल के अनुरूप सुधार लाने के उद्देश्य से देश में आपराधिक न्याय प्रणाली में सुधार के लिए तीन विधेयक भी प्रस्तुत किए। तीनों विधेयकों को स्थायी समिति के पास भेजा गया।इस अवसर पर जिलाध्यक्ष डॉ प्रेमचन्द मिश्र, जिला मीडिया प्रभारी विश्वरंजन कुमार आनन्द, सांसद प्रतिनिधि रामानुजन मिश्र, सांसद मीडिया प्रभारी निखिल उपाध्याय, चन्द्र प्रकाश यादव चमन आदि मौजूद रहे।