शिक्षा से सम्मान,व धन मिलता है – मौलाना मोसौवीर रजा ।

पनियरा।शिक्षा से सम्मान के साथ साथ धन की प्राप्ति होती है इसलिए अपने बच्चों को हाफिज,म़ौलाना,कारी, मुफ्ती बनाइये इसके बाद आईएस,आईपीएस,डाक्टर, इंजिनियर आदि बनाइये उसके बाद आवाम में इज्जत व मालदार बन जायेंगे यह बातें दारुल उलूम अरबिया हमीदिया अहले सुन्नत पनियरा खास में आयोजित दस्तार बंदी के अवसर पर जलसे में हज़रत मौलाना मोसौवीर रजा मिस्बाही ने लोगों को सम्बोधित करते हुए कही । उन्होंने यह भी कहा कि पहले अपने बच्चों बच्चियों को उर्दू की शिक्षा दें उसके बाद आप कुछ भी पढ़ावें वहीं आगे चलकर आपके जिले का प्रदेश,व देश का नाम रोशन करेगा।अल्लामा व मौलाना अलहाज शैयद अब्दुल रब साहब उर्फ चांद बाबू बिलहर शरीफ ने जलसे में मौजूद लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा कि मां ,बाप भाई बहन और रिस्तेदार पड़ोसियों का हक अदा करना चाहिए और अपने दिल को साफ सुथरा रखना चाहिए अल्लाह व रसूल के हुक्म को मानना जरुरी है इसी से दिन व दुनिया दोनों में कामयाब हो सकते हैं। मौलाना मसूद रजा बरकाती उस्ताद अलजामियतुल अशर्फिया मुबारकपुर ने फ़रमाया कि मां का गोंद शिक्षा का पहला मदरसा होता है मां अगर चाहें तो बच्चे को एक अच्छा इंसान बना सकती है इसलिए माओं को चाहिए कि बच्चे की परवरिश अच्छे तरीके से करें मोबाइल से बच्चों को दूर रखें जरुरत के मुताबिक मोबाइल का इस्तेमाल करें।इस जलसे में हज़रत हाफिज व कारी शकील अहमद साहब पडरौना कुशीनगर,हज़रत मौलाना जमील अख्तर मिस्बाही गोरखपुर,भी जलसे में मौजूद लोगों को सम्बोधित किया।सायरे इस्लाम मुमताज साहब टांडा ने बेहतरीन अंदाज में नात पढ़कर लोगों का दिल जीत लिया।
जलसे का संचालन मौलाना हारुन साहब मेहदावल ने किया।
इस अवसर पर हाफिज व कारी प्रिंसिपल , मौलाना असरफ अली नूरानी, मौलाना नूरुलहोदा मिसबाही, मौलाना कमालुद्दीन साहब मिस्बाही, मौलाना अलीमुद्दीन,हाफीज मोहब्बत कादरी, मौलाना वारिस अली निजामी,हाफिज यासिन साहब, मौलाना वकील साहब,कारी एकबाल साहब, हाफिज सेराजुद्दीन, सहित इलाके के वलमाये कराम व आवाम काफी संख्या में मौजूद रहे।