उर्वरक की ओवररेटिंग से किसान परेशान, जिम्मेदार मौन।
अधिकारियों की उदासीनता से दुकानदार कर रहे मनमानी।
परसामलिक।रबी सीजन में गेहूं की फसल की बुआई का समय आते ही लाइसेंसी दुकानदारों द्वारा उर्वरक की ओवर रेटिंग करने से किसानों की परेशानी बढ़ती जा रही है। सीमाई क्षेत्र में इस तरह की शिकायतें अधिक आ रही हैं।किसान सलाहुद्दीन ने बताया की खान ट्रेडिंग कंपनी जमुहानी से डीएपी 3 बोरी लिया जहा 1350 रुपए प्रति बोरी की दर से कम्प्यूटराइज बिल के बजाय मैनुअल बिल दिया गया और प्रति बोरी 1600 रुपए लिए गए। ओवर रेटिंग का विरोध करने पर दुकानदार द्वारा उर्वरक नही देने की बात कही गई।बता दे की लाइसेंसी दुकानदारों को खाद की बिक्री करने पर कमीशन मिलता है। पर लाइसेंसी दुकानदारों ने अधिक मुनाफा कमाने के चक्कर में नौतनवा विकास अंतर्गत सीमावर्ती क्षेत्र के जमुहानी, जिगिना, करमहवा समेत अन्य जगहों पर उर्वरक विक्रेताओं ने खाद की ओवर रेटिंग शुरु कर दिया है। किसान भी समय पर यूरिया, डीएपी नहीं मिलने पर मजबूरी में खेती-पिछड़ने के डर में अधिक रकम देकर खरीद लेते हैं।पर कृषि विभाग के जिम्मेदार मुकदर्शक बने हुए हैं। समय से डीएपी व यूरिया नहीं मिलने पर किसानों को सबसे अधिक पीड़ा लाइसेंसी दुकानदार से होती है। कभी भी निर्धारित मूल्य पर दुकानदार किसानों को खाद नहीं देते हैं। किसानों ने दुकानदारों की मनमानी पर रोक लगाने की मांग की है।