महराजगंजउत्तर प्रदेश

घर-घर खोजे जाएंगे कुष्ठ रोगी-डॉ .राजेन्द्र।

महराजगंज ।जिले में चलने वाले कुष्ठ रोगी खोजी अभियान में आशा कार्यकर्ताओं द्वारा घर घर कुष्ठ रोगी खोजे जाएंगे। खोजे गए कुष्ठ रोगियों को इलाज की सुविधा भी मिलेगी।उक्त बातें अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ.राजेन्द्र प्रसाद ने सदर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सभागार में सोमवार को आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान कहीं । उन्होंने कहा कि सभी प्रशिक्षणार्थी प्रशिक्षण में मिली जानकारी से अपने ब्लाॅक की आशा कार्यकर्ताओं और टीम के अन्य सदस्यों से अवगत कराएं ताकि सही तरीके से कुष्ठ रोगियों की पहचान हो सके।डिप्टी सीएमओ डाॅ.वीर विक्रम सिंह ने कहा कि कुष्ठ रोगी खोजी तथा नियमित निगरानी से जुड़े सभी कर्मचारी अपने दायित्वों का ठीक से निर्वहन करें।अभियान के दौरान घर-घर जाकर सक्रिय कुष्ठ रोगियों को ढूंढें तथा समुचित इलाज की सुविधा उपलब्ध कराएं। सरकार द्वारा कुष्ठ रोगियों के लिए जो भी प्रावधान है उसका लाभ दिलाएं। डिप्टी सीएमओ डाॅ.नीरज लाल कन्नौजिया ने बताया कि यदि व्यक्ति के शरीर में कुष्ठ के लक्षण नजर आते हैं तो तत्काल जांच कराकर इलाज शुरू कराया जाय । समय से इलाज शुरू कर देने से बीमारी पर नियन्त्रण संभव है। जिला कुष्ठ अधिकारी डाॅ.एनएन प्रसाद ने कहा कि कुष्ठ रोग आज भी समाज में छिपाया जाता है। जिसका कारण सामाजिक भ्रांतियाँ तथा कुष्ठ रोग के बारे में गलत जानकारियाँ है। कुष्ठ रोग वंशानुगत नहीं है और न ही भूत-प्रेत के कारण फैलता है। इससे निजात पाने के लिए समय समय पर कुष्ठ विभाग द्वारा गांवों, स्कूलों, हाट, बाजारों आदि में जागरूकता फैलाने के लिए सूचना, शिक्षा और संचार इन्फार्मेशन, एजुकेशन एंड कम्युनिकेशन -आईईसी कार्यक्रम चलाया जाता है, ताकि समाज में कुष्ठ रोग के प्रति अंधविश्वास तथा गलत धारणाओं को समाप्त किया जा सके। उन्होंने कहा कि कुष्ठ रोग माइक्रो बैक्टीरिया लेप्रे नामक कीटाणु से फैलता है। यह एमडीटी दवा से पूरी तरह से ठीक हो जाता है। यह एक दूसरे को सिर्फ छूने या हाथ मिलाने से नहीं फैलता है। लगातार संपर्क में रहने से ही इसका प्रसार होता है। उन्होंने कहा कि जिले में अगले माह से चलने वाले लेप्रोसी केस डिटेक्शन प्रोग्राम में दो सदस्यीय टीम लगाई जाएगी। पांच टीम पर एक पर्यवेक्षक लगाए जाएंगे। प्रशिक्षण कार्यक्रम में डाॅ आरके सिंह, डाॅ. अखिलेश यादव, डाॅ. अंगेस सिंह, कुष्ठ जिला परामर्शदाता डाॅ.एके बर्नवाल, फिजियोथिरैपिस्ट स्वाती गुप्ता, एनबी सिंह, एसपी सिंह, राम सुग्रीव वर्मा, दिलीप सिंह, नियामत अली, डीएस सिंह तथा अवधेश सिंह प्रमुख तौर पर मौजूद रहे।

कुष्ठ रोग के लक्षण:

– चमड़ी का दाग जिसमें सुन्नपन हो। दाग चकत्ता जिसमें पसीना न आता हो। हाथ पैर के नसों में मोटापन, सूजन तथा झनझनाहट हो। हाथ पैर की ऊँगली में टेढ़ापन हो। हाथ तथा तलवों में सुन्नपन हो।

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