आंगनबाड़ी केन्द्र धनेवा-धनेई पर तीन बच्चों को कराया गया अन्नप्रासन ।
महराजगंज। सदर ब्लाॅक के आंगनबाड़ी केन्द्र धनेवा धनेई पर मंगलवार को तीन बच्चों अदनान करीब 7 माह आराध्या करीब 7 माह और अभिराम करीब 7 माह को मुलायम पदार्थ खिलाकर उनका अन्नप्राशन कराया गया। बाल विकास परियोजना अधिकारी विजय प्रकाश चौधरी और मुख्य सेविका सीमा दुबे ने बच्चों को मुलायम आहार खिलाकर अन्नप्राशन कराया। ग्राम धनेवा धनेई निवासीनी अदनान की मां अकीमुननिशा, अभिराज की मां आँचल तथा आराध्या की मां चंदा ने बताया कि उनके बच्चों का अन्नप्राशन कराने के लिए आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने उनके घर से बुलाया। तीनों महिलाओं ने बताया गया कि केन्द्र पर बताया गया कि दो साल तक अनुपूरक आहार के साथ स्तनपान भी जारी रखना है। निर्धारित मात्रा में ही कटोरी और चम्मच से आहार देना है।सदर ब्लाॅक के बाल विकास परियोजना अधिकारी और मुख्य सेविका ने बताया कि जन्म के छह माह बाद मां के दूध के साथ दिया जाने वाला आहार अनुपूरक आहार कहलाता है। छह माह बाद शिशु को पोषण की आवश्यकता बढ़ जाती है। बच्चे की मानसिक, शारीरिक एवं सामाजिक विकास में ऊपरी आहार आवश्यक होता है। इससे बच्चे सेहतमंद होते हैं। बच्चों के स्वस्थ रहने से परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक रहती है। अन्नप्राशन कार्यक्रम में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता कंचन सिंह, राधिका देवी, उर्मिला देवी तथा सहायिकाओं में रंभा देवी, माधुरी देवी तथा प्रभावती देवी ने सहयोग किया। इस अवसर पर ममता, जैनब खातून, सबीना साफिया भी मौजूद रहीं।
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कब देना है कितना अनुपूरक आहार
-छह माह पूरे होने पर दो से तीन चम्मच गाढ़ा मसला हुआ मुलायम आहार जो आसानी से निगला जा सके। जैसे खिचड़ी, खीर, हलवा, मसली दाल।
7 से 8 माह आयु वर्ग में तीन बार 250 ग्राम की कटोरी से हर बार आधी कटोरी, मसला हुआ मुलायम आहार । जैसे खिचड़ी, दलिया, खीर, हलवा।
-9 से 11 माह आयु वर्ग में तीन से चार बार 250 ग्राम की कटोरी से हर बार पौन कटोरी। पतला बारीक कटा एवं मसला हुआ खाना जो बच्चा स्वयं हाथ से उठा कर खा सके। जैसे खिचड़ी , दलिया,मसला हुआ फल, केला, आम, पपीता, दाल, सब्जी रोटी
12-24 माह आयु वर्ग में चार से पांच बार। 250 ग्राम की कटोरी से हर बार पूरी कटोरी। घर में बनने वाला खाना। खिचड़ी, दलिया, खीर, हलवा, दूध, दाल, केला, आम, पपीता, अंडा, सब्जी