महराजगंजउत्तर प्रदेश

आंगनबाड़ी केन्द्र धनेवा पर मनाया गया गोदभराई दिवस

2768 आंगनबाड़ी केन्द्रों पर 4160 गर्भवती की हुई गोदभराई

महराजगंज।जिले के आंगनबाड़ी केंद्रों पर मंगलवार को गोदभराई दिवस का आयोजन किया गया, जिसमें गर्भवती को पौष्टिक आहार की पोटली देकर मातृ पोषण का संदेश दिया गया । उन्हें गर्भावस्था के दौरान आहार व्यवहार के बारे में विस्तार से जानकारी दी गयी ।जिला कार्यक्रम अधिकारी दुर्गश कुमार ने बताया कि जिले में कुल 2768 आंगनबाड़ी केन्द्र क्रियाशील हैं। प्रत्येक माह प्रत्येक आंगनबाड़ी केन्द्र पर गोदभराई और अन्नप्राशन का एक-एक कार्यक्रम आयोजित करने का दिशा निर्देश है। मंगलवार को हुए आयोजन में 4160 गर्भवती की गोदभराई की गयी ।सदर ब्लॉक के आंगनबाड़ी केन्द्र धनेवा-धनेई में आयोजित कार्यक्रम में दो गर्भवती को पौष्टिक आहार देकर गोदभराई की गयी तथा उन्हें मातृ पोषण के बारे में जानकारी दी गयी।केन्द्र पर गोदभराई के लिए आयीं चार माह की गर्भवती दिव्या (20) ने बताया कि वह पहली बार गोदभराई के लिए आंगनबाड़ी कार्यकर्ता हसीना खातून के बुलाने पर आंगनबाड़ी केन्द्र आईं। जहां पोषण पोटली देकर गोदभराई की गयी।गोदभराई के दौरान उन्हें दाल , तेल, दलिया, हरी सब्जी, केला व अन्य पौष्टिक सामान मिला। इससे पहले वह सरकारी अस्पताल पर गयीं थी, जहाँ पर खून, पेशाब, वजन, रक्तचाप, एचआईवी आदि की जांच हुई थी । जांच के बाद बताया गया था कि उनके शरीर में 12 ग्राम खून है। पहले फोलिक एसिड की गोली खाने के लिए मिली थी, इसके बाद आयरन कैल्शियम की गोली मिली ।पौष्टिक आहार लेते रहने, समय-समय पर चिकित्सक से जांच कराते रहने और प्रसव सरकारी अस्पताल पर कराने के लिए बताया गया। आशा कार्यकर्ता धर्मावती ने बताया कि पहली बार गर्भवती होने पर प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के तहत पांच हजार रूपये मिलते है। इसके लिए फार्म भी भरा गया।तीन माह की गर्भवती अनुराधा (25) ने बताया वह पहली बार गर्भवती हुई हैं। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता प्रियंका देवीे ने उन्हें बताया कि आंगनबाड़ी केन्द्र पर उनकी गोदभराई होगी। इससे पहले वह आंगनबाड़ी केन्द्र पर जांच करवाने और टीका लगवाने आईं थी, तब खून पेशाब, रक्तचाप, मधुमेह, वजन, और पेट आदि की जांच एएनएम मनोरमा देवी ने किया । उन्हें बताया गया कि उनके शरीर में 10 ग्राम खून है। खान पान और सेहत पर विशेष ध्यान दीजिए।आंगनबाड़ी केन्द्र पर गोदभराई कर उन्हें पोषण पोटली दी गयी। गर्भावस्था के दौरान पौष्टिक आहार व आयरन फोलिक एसिड व कैल्शियम की गोली का भी सेवन करने की सलाह दी गयी। आंगनबाड़ी केन्द्र से मिले वाले सूखा राशन तथा पोषाहार से विभिन्न प्रकार के व्यंजन बनाकर सेवन करने को कहा गया है। समय समय पर स्वास्थ्य परीक्षण कराते रहने तथा प्रसव सरकारी अस्पताल पर ही कराने की सलाह दी गयी। उन्होंने बताया कि इस बात की जानकारी नहीं है कि पहली बार गर्भवती होने पांच हजार रूपये मिलते हैं।कार्यक्रम में मुख्य सेविका सीमा दूबे ने गर्भवती को गर्भावस्था के दौरान पौष्टिक आहार लेते रहने तथा समय-समय पर प्रसव पूर्व जांच कराने की सलाह दी । यह भी बताया गया कि बच्चे के पेट में आने से लेकर दो साल तक यानी कुल शुरुआती 1000 दिनों में मिलने वाला पोषण उसके पूरे जीवन की रूप रेखा तय करता हैं। गर्भावस्था के दौरान विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है। गर्भवती की सेहत सही रहे इसके लिए पौष्टिक आहार में दूध, पनीर, ताजी हरी सब्जी, मौसमी फल, दाल, जूस तथा अन्य प्रोटीन व विटामिन युक्त आहार लेती रहें।

उन्होंने बताया कि आंगनबाड़ी केन्द्र से मिलने वाला सूखा राशन ,तेल और दलिया से विभिन्न प्रकार के व्यंजन जैसे नमकीन दलिया, मीठी दलिया, चना दाल से बरफी , हलुवा और पकौड़ी आदि पकवान बनाकर गर्भवती खा सकती हैं। समय-समय पर चिकित्सक से सलाह लेते रहना चाहिए। साथ ही जरूरी टीके भी लगवाते रहना है।
इस अवसर पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता हसीना खातून , प्रियंका देवी , सहायिका बिन्दा देवी व बलवंता देवी, प्रेमलता, आफरीन, सना, साबिया,खुशबू और लीलावती प्रमुख तौर पर मौजूद रहीं।
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गोदभराई का उद्देश्य-

-सुरक्षित गर्भावस्था के लिए पौष्टिकता एवं स्वास्थ्य सम्बन्धी पद्धतियों पर गर्भवती को महत्वपूर्ण सलाह देना।
-गर्भवती की सुविधा के लिए आईसीडीएस सेवाओं से सम्बंधित सूचना उपलब्ध कराना।
– गर्भावस्था के दौरान देखरेख की आवश्यकता पर गर्भवती के निकटवर्ती परिवार और लोगों को जागरूक करना।
– प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना और जननी शिशु सुरक्षा योजना के तहत मिलने वाले लाभों के बारे में गर्भवती को जागरूक करना।

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