हर बूथों पर सुनी गई प्रधानमंत्री मन की बात

नसरुल्लाह अंसारी की रिपोर्ट
कुशीनगर।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन की बात के 102 वें एपिसोड को कुशीनगर जिला के सभी बूथों पर कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों द्वारा सुना गया। इस दौरान नेताओं ने कहा कि मन की बात के माध्यम से पीएम ने उद्यमियों, समाजसेवी और युवाओं, आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया।
मन की बात के जरिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश की जनता को संबोधित करते हुए कहा कि भारत लोकतंत्र की जननी है । हम अपने लोकतांत्रिक आदर्शों को सर्वोपरि मानते हैं, अपने संविधान को सर्वोपरि मानते हैं, इसलिए हम 25 जून को भी कभी भुला नहीं सकते । यह वही दिन है जब हमारे देश पर इमरजेंसी थोपी गई थी । यह भारत के इतिहास का काला दौर था । तब लाखों लोगों ने इमरजेंसी का पूरी ताकत से विरोध किया था । लोकतंत्र के समर्थकों पर उस दौरान इतना अत्याचार किया गया, इतनी यातनाएं दी गईं कि आज भी, मन, सिहर उठता है । इन अत्याचारों पर पुलिस और प्रशासन द्वारा दी गई सजाओं पर बहुत सी पुस्तकें लिखी गई हैं।मैं चाहूँगा कि, आज, जब हम आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं, तो देश की आजादी को खतरे में डालने वाले ऐसे अपराधों का भी जरुर अवलोकन करें । इससे आज की युवा पीढ़ी को लोकतंत्र के मायने और उसकी अहमियत समझने में और ज्यादा आसानी होगी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि प्राकृतिक आपदाओं पर किसी का ज़ोर नहीं होता लेकिन, बीते वर्षों में भारत ने आपदा प्रबंधन की जो ताकत विकसित की है वो आज एक उदाहरण बन रही है । प्राकृतिक आपदाओं से मुकाबला करने का एक बड़ा तरीका है – प्रकृति का संरक्षण । आजकल मानसून के समय में तो इस दिशा में हमारी ज़िम्मेदारी और भी बढ़ जाती है ।इसीलिए ही आज देश Catch the Rain जैसे अभियानों के जरिए सामूहिक प्रयास कर रहा है|कहा कि बड़े से बड़ा लक्ष्य हो, कठिनतम चुनौती हो, भारत की जनता की सामूहिक शक्ति, हर चुनौती का समाधान देती है ।दो दशक पहले के विनाशकारी भूकंप के बाद कच्छ के बारे में कहा जाता था कि वो कभी उठ नहीं पाएगा, आज कच्छ देश के तेजी से विकसित होते जिलों में से एक है।
मानव जीवन में योग की महत्ता की चर्चा करते हुए मोदी ने कहा कि आप सभी से आग्रह है कि आप, योग को अपने जीवन में जरुर अपनाएं, इसे अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाएं । अगर अब भी आप योग से नहीं जुड़े हैं तो आने वाली 21 जून इस संकल्प के लिए बहुत बेहतरीन मौका है । योग में तो वैसे भी ज्यादा तामझाम की जरुरत ही नहीं होती है । देखिये, जब आप योग से जुड़ेंगे तो आपके जीवन में कितना बड़ा परिवर्तन आएगा ।
इसी तरह प्रधानमंत्री ने खेलों पर चर्चा करते हुए कहा कि पहले एक समय होता था जब हमें अन्तर्राष्ट्रीय आयोजनों के बारे में पता तो चलता था, लेकिन उनमें अक्सर भारत का कहीं कोई नाम नहीं होता था ।लेकिन आज कई ऐसे खेल और प्रतियोगिताएं हैं जहां आज पहली बार भारत अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहा है। मैं केवल पिछले कुछ सप्ताह की सफलताओं का ज़िक्र कर रहा हूँ तो भी लिस्ट इतनी लंबी हो जाती है।
इसी तरह प्रधानमंत्री ने विविध विषयों पर विचार रखते हुए कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज की वीरता के साथ-साथ उनके शासन और प्रबंधन कौशल से भी बहुत कुछ सीखने को मिलता है।भारत ने 2025 तक टीबी मुक्त भारत बनाने का संकल्प लिया है।टीबी रोग को जड़ से खत्म करने के लिए निक्षय मित्रों ने बीड़ा उठाया है।