ग्राम पंचायत सिसवा अमहवा में डीएम एसपी के नेतृत्व में एक महिला ग्राम चौपाल का हुआ आयोजन ।
महराजगंज । मिशन शक्ति फेज 5.0 के अंतर्गत जनपद महराजगंज के थाना कोठीभार क्षेत्रांतर्गत ग्राम पंचायत सिसवा अमहवा में जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में एक महिला ग्राम चौपाल का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को सुरक्षा, सम्मान, और स्वावलंबन के प्रति शासन और प्रशासन की प्रतिबद्धता से अवगत कराना था। चौपाल में उपस्थित महिलाओं और बालिकाओं को महिला सुरक्षा, उनके अधिकारों, और स्वावलंबन को बढ़ावा देने वाली योजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। जिलाधिकारी ने शासन की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं जैसे मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना स्वयं सहायता समूह महिला समृद्धि योजना और बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ जैसी योजनाओं के लाभ, पात्रता, और आवेदन प्रक्रिया के बारे में बताया। उन्होंने महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने और इन योजनाओं का लाभ उठाने के लिए प्रोत्साहित किया।
पुलिस अधीक्षक, महराजगंज ने महिलाओं को विभिन्न हेल्पलाइन नंबरों जैसे 1090 महिला हेल्पलाइन, 112 आपातकालीन सेवा 181 महिला सहायता 102 स्वास्थ्य सेवा 108 एंबुलेंस 1930 साइबर क्राइम हेल्पलाइन और 1098 चाइल्ड हेल्पलाइन के बारे में जागरूक किया। इन नंबरों के उपयोग और उनकी त्वरित प्रतिक्रिया प्रणाली की जानकारी दी गई ताकि महिलाएं और बालिकाएं किसी भी आपात स्थिति में तुरंत सहायता प्राप्त कर सकें। इसके अतिरिक्त, महिलाओं को उनके कानूनी अधिकारों और महिला सुरक्षा से संबंधित कानूनों, जैसे घरेलू हिंसा निवारण अधिनियम, यौन उत्पीड़न के खिलाफ कानून, और दहेज निषेध अधिनियम, के बारे में विस्तार से बताया गया। साइबर अपराधों, विशेष रूप से डिजिटल अरेस्ट और ऑनलाइन ठगी जैसे खतरों से बचाव के लिए भी जागरूकता फैलाई गई।
जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक ने संयुक्त रूप से महिलाओं से अपील की कि वे किसी भी प्रकार के उत्पीड़न या अपराध के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद करें और पुलिस प्रशासन से बेझिझक संपर्क करें। इस अवसर पर थाना कोठीभार की मिशन शक्ति टीम, एन्टी रोमियो टीम, और अन्य प्रशासनिक अधिकारी भी उपस्थित रहे। कार्यक्रम में उपस्थित ग्रामीण महिलाओं और बालिकाओं ने इस पहल की सराहना की और इसे अपने अधिकारों और सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाने में उपयोगी बताया। मिशन शक्ति फेज 5.0 के तहत इस प्रकार के आयोजन जनपद में महिलाओं के सशक्तिकरण और सुरक्षा को सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हैं।

