पंचायतीराज, मनरेगा, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन आदि कार्यों की डीएम ने किया समीक्षा ।
महराजगंज । जिलाधिकारी श अनुनय झा द्वारा शुक्रवार को विकास भवन परिसर में कराए गए सौंदर्यीकरण कार्यों का उद्घाटन और विकास भवन सभागार में पंचायतीराज, मनरेगा, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन आदि कार्यों की समीक्षा की गई। जिलाधिकारी के द्वारा सबसे पहल विकास भवन में कराए गए सुंदरीकरण कार्यों जैसे वाहन पार्किंग स्थल, आगंतुक प्रतीक्षा कक्ष, पेंटिंग, अलग–अलग राज्यों की दीवाल चित्रकारी, एलईडी बोर्ड, फोटो गैलरी इत्यादि का फीता काटकर उद्घाटन किया गया। जिलाधिकारी ने विकास भवन परिसर का अवलोकन भी किया और कराए गए कार्यों पर प्रसन्नता व्यक्त की। इसके उपरांत उन्होंने विकास भवन सभागार में जनपद के ग्राम्य विकास व पंचायती राज विभागों की प्रगति समीक्षा की। जिलाधिकारी ने कहा कि आईजीआरएस निस्तारण में अंतर्गत असंतुष्ट फीडबैक अत्यधिक है, जो कि अस्वीकार्य है। संबंधित अधिकारी मौके पर जाकर शिकायतकर्ता से संपर्क कर प्रकरण का समयबद्ध और गुणवत्तापूर्ण निस्तारण करें। उन्होंने आगामी वृक्षारोपण अभियान में प्रति ग्राम पंचायत 40 कृषकों द्वारा 3-3 पौधारोपण करवाने हेतु माइक्रोप्लान तैयार कर अग्रिम मृदा कार्य गढ्ढा खुदान ससमय पूर्ण करवा लेने का निर्देश दिया। कहा कि सभी बीडीओ सुनिश्चित करें कि प्रधानमंत्री आवास एवं मुख्यमंत्री आवास के लाभार्थियों से उनके प्रांगण में प्रति लाभार्थी 3-3 सहजन के पेड़ लगाएं। वृक्षारोपण कार्य का मोबाइल मॉनिटरिंग सिस्टम व हरीतिमा ऐप पर विधिवत जियो टैग को भी सुनिश्चित करें।
जिलाधिकारी ने जनपद में 100 दिन का रोजगार प्राप्त मनरेगा श्रमिकों का श्रम विभाग उत्तर प्रदेश भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड में पंजीकरण कार्य को तेज करने के लिए कहा। इसमें विकासखंड सिसवा व निचलौल की प्रगति कम होने पर असंतोष व्यक्त करते बढ़ाने का निर्देश दिया।
इसके अलावा जिलाधिकारी द्वारा मानव दिवस सृजन, रोज़गार देने में पीछे रहने वाली ग्राम पंचायतों, अपूर्ण कार्यों, श्रमिकों को मज़दूरी का ससमय भुगतान, कृषि संबंधित कार्यों पर व्यय, औसत श्रमिक प्रति जॉब कार्ड व फोटो अधिष्ठापन की भी ब्लॉकवार समीक्षा की गई। उन्होंने कहा कि कुछ मामलों में शिकायत प्राप्त हुई है कि ग्राम रोजगार सेवकों द्वारा फोटो से फोटो लिए जाने व एक ही फोटो दूसरे कार्य में भी जियो टैग किया गया है। इसपर नाराजगी व्यक्त करते हुए उन्होंने कड़ा निर्देश दिया और ऐसा करने वालों के विरुद्ध कठोर कार्यवाही की चेतावनी दी । खंड विकास अधिकारियों को प्रति मास 20 पृथक ग्राम पंचायतों में मनरेगा कार्यो का स्थलीय निरीक्षण करने का निर्देश जिलाधिकारी द्वारा दिया गया। उन्होंने कहा कि सभी विकास खंड मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना अंतर्गत जिले से प्राप्त सभी परिवारों के पात्र लाभार्थियों का तथा स्पॉन्सरशिप योजना अंतर्गत जिले से प्राप्त सभी परिवारों के पात्र लाभार्थियों का इस माह के अंत तक आवेदन कराएं। जिलाधिकारी ने अपूर्ण प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री आवासों को जल्द से जल्द पूर्ण करवाने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि आगामी आवासों हेतु किए गए सर्वे की शुचिता को सुनिश्चित करें और कोई भी अपात्र लाभार्थियों की सूची में न आने पाए। पंचायतीराज विभाग के कार्यों की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने आंगनबाड़ी कायाकल्प कार्यों की जानकारी ली। डीपीआरओ द्वारा सूचित किया गया कि 50 आंगनबाड़ी केंद्रों में 32 पर कायाकल्प कार्य को पूर्ण कर लिया गया है, शेष का कार्य प्रगति पर है। उन्होंने व्यक्तिगत शौचालय के सभी लंबित ऑनलाइन आवेदनो को एक सप्ताह में निस्तारित करने का निर्देश दिया। जिलाधिकारी ने पंचायत भवन पर इंटरनेट की क्रियाशीलता और पंचायत सहायकों के उपस्थिति प्रतिशत की सूचना अगली बैठक में प्रस्तुत करें। साथ ही सामुदायिक शौचालयों पर कार्यरत महिला समूहों के भुगतान और शौचालयों के क्रियाशीलता की सूचना भी प्रस्तुत करें।
मुख्य विकास अधिकारी द्वारा जनपद की अवशेष ग्राम पंचायतों में भूमि की उपलब्धता के अनुरूप मनरेगा पार्क, खेल मैदान अथवा ग्रामीण स्टेडियम का निर्माण करवाने के निर्देश दिए गए। उन्होंने कहा कि जनपद की सभी ग्राम पंचायतों में करवाए गए कार्यों को किसी प्रमुख स्थल पर तीर के निशान व दूरी का उल्लेख करते हुए एक साइनबोर्ड द्वारा प्रदर्शित करें। विकासखंड परतावल, सदर तथा निचलौल में अवशेष अन्नपूर्णा भवनों का संचालन अतिशीघ्र प्रारंभ करवाने के निर्देश दिए।
बैठक में डीसी मनरेगा, पीडी डीआरडीए, डीपीआरओ, समस्त खण्ड विकास अधिकारी सहित विकास खण्ड का प्रमुख स्टाफ उपस्थित था।