आंगनबाड़ी केंद्रों की जांच में उजागर हुईं गंभीर खामियां, कार्यकत्रियों पर ग्रामीणों ने लगाए गंभीर आरोप ।
महराजगंज । के विकास खंड नौतनवा के विभिन्न ग्राम पंचायतों में संचालित आंगनबाड़ी केंद्रों में बाल विकास परियोजना अधिकारी सीडीपीओ द्वारा किए गए औचक निरीक्षण में कई अनियमितताएं सामने आई हैं। निरीक्षण के दौरान न केवल विभागीय खामियां उजागर हुईं, बल्कि ग्रामीणों ने आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों पर गंभीर आरोप लगाते हुए मामले को और भी संवेदनशील बना दिया। इस औचक निरीक्षण का नेतृत्व बाल विकास परियोजना अधिकारी अनुराग कुमार त्रिपाठी ने किया। जानकारी के अनुसार, ग्राम पंचायत खैरहवा दुबे के टोला चकरार स्थित आंगनबाड़ी केंद्र में जब निरीक्षण किया गया, तो वहां कई खामियां पाई गईं। जैसे ही ये अनियमितताएं सामने आईं, पूरे विभाग में हड़कंप मच गया। जांच की गंभीरता को देख आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने असहज होकर जांच अधिकारियों पर ही आरोप लगाने शुरू कर दिए।
पुष्टाहार वितरण में गड़बड़ी के आरोप ।
स्थानीय ग्रामीणों ने जांच अधिकारियों को बताया कि आंगनबाड़ी कार्यकत्री श्रीमती सीमा चौधरी पुष्टाहार का वितरण मनमाने तरीके से करती हैं। जब सीडीपीओ त्रिपाठी ने पुष्टाहार वितरण से संबंधित अभिलेख प्रस्तुत करने को कहा, तो कार्यकत्री ने टालमटोल करना शुरू कर दिया और दस्तावेज दिखाने से मना कर दिया। इस पर सीडीपीओ ने कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए निर्देशित किया कि अभिलेखों को मुख्य सेविका से सत्यापित कराने के उपरांत शीघ्र प्रस्तुत किया जाए।
ग्रामीणों को दिया भरोसा, होगी पारदर्शी कार्यवाही ।
सीडीपीओ अनुराग त्रिपाठी ने मौके पर उपस्थित ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं को पूरी पारदर्शिता के साथ लागू किया जाएगा और पात्र लाभार्थियों को उनका पूरा हक दिलाया जाएगा। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
अन्य केंद्रों पर भी सामने आईं खामियां ।
खैरहवा दुबे के अलावा आंगनबाड़ी केंद्र रामगढ़वा, सगरहवा, मुडिला, और गनेशपुर का भी गहन निरीक्षण किया गया। इन केंद्रों पर भी खामियां पाई गईं। जिन केंद्रों में अनियमितताएं सामने आईं, वहां की कार्यकत्रियों को नोटिस जारी कर तीन दिन के भीतर स्पष्टीकरण मांगा गया है।
जांच की प्रक्रिया रहेगी जारी ।
सीडीपीओ अनुराग त्रिपाठी ने कहा कि विभागीय कार्यों का नियमित निरीक्षण शासन के निर्देशानुसार किया जा रहा है। इसी क्रम में इन केंद्रों का निरीक्षण किया गया, जिसमें कई खामियां पाई गईं। उन्होंने बताया कि निरीक्षण रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेज दी गई है, जिससे आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित की जा सके। इस मामले में जिला कार्यक्रम अधिकारी दुर्गेश कुमार ने भी पुष्टि करते हुए कहा कि शासन के निर्देश पर जनपद के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों की नियमित जांच की जा रही है। उद्देश्य यह है कि सभी लोक कल्याणकारी योजनाओं का लाभ पात्र लोगों को पारदर्शिता के साथ मिल सके। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह निरीक्षण अभियान आगे भी जारी रहेगा। यह निरीक्षण न केवल विभागीय अनियमितताओं को उजागर करता है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि ग्रामीण क्षेत्रों में संचालित योजनाओं की निगरानी और जवाबदेही सुनिश्चित करना कितना आवश्यक है। यदि इसी तरह पारदर्शिता और कड़ी निगरानी बरती जाती रही, तो निश्चित ही आंगनबाड़ी सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार होगा और लाभार्थियों को योजनाओं का वास्तविक लाभ मिल सकेगा।