नॉट फ़ॉर सेल सीमेंट से सड़क निर्माण कराने वालों पर अधिकारी मेहरबान
कर्नलगंज,गोण्डा। विकास खंड के एक ग्राम पंचायत में नाट फार सेल सीमेंट का उपयोग करके आरसीसी सड़क निर्माण कराने के जिम्मेदारों पर अधिकारी मेहरबान हैं। ग्रामीणों क़ी शिकायत पर जांच कराई गई शिकायत सही पाए जाने पर भी दो माह से अधिक समय बीत गये अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। जिसके संबंध मे आनलाइन शिकायत क़ी गई है।
मामला विकास खंड कर्नलगंज अन्तर्गत ग्राम पंचायत पैरौरी से जुड़ा है। यहां के निवासी प्रदीप कुमार सिंह ने मुख्यमंत्री पोर्टल के माध्यम से जिलाधिकारी क़ो भेजे गए आनलाइन प्रार्थना पत्र में कहा गया है की ग्राम पंचायत पैरौरी के मजरा चिंतापांडेय पुरवा में ग्राम पंचायत पैरौरी द्वारा बीते सितंबर माह में नाट फार सेल की सीमेंट से आरसीसी सड़क का निर्माण कराया जा रहा था। जिसकी उसने डीएम से शिकायत क़ी थी। शिकायत का संज्ञान लेकर प्रकरण क़ी जांच करने के लिए जिलाधिकारी ने तत्काल अधिकारियों की टीम मौके पर भेजी। टीम ने मौके पर पहुंचकर जांच किया तो शिकायत सही मिली। मौके पर कई बोरी नाट फार सेल क़ी सीमेंट बरामद भी हुई। अधिकारियों ने ग्रामीणों से बयान लेकर रिकार्ड भी किया,फिर भी दो माह से अधिक समय बीत गये दोषियों के विरुद्ध अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। उसने सरकारी धन क़ी रिकवरी कराते हुए संबंधित के विरुद्ध विधिक कार्रवाई किये जाने क़ी मांग क़ी है।
प्रधान व प्रधान प्रतिनिधि पर धमकी देने का आरोप
प्रदीप कुमार सिंह द्वारा तहरीर में कहा गया है की प्रधान व प्रधान प्रतिनिधि द्वारा शिकायत कर्ता व अधिकारियों के समक्ष बयान देने वाले लोगों क़ो धमकाते हुए कहा जा रहा है की शिकायत पर दो लाख रुपये देना पड़ा। अब कुछ होने वाला नहीं है। रुपया तुम लोगों से वसूला जायेगा।
आखिर कहां से आई नाट फार सेल क़ी सीमेंट,गहन छानबीन से हकीकत आ सकती है सामने
प्रदीप कुमार सिंह ने कहा सरकार भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने का प्रयास कर रही है। लेकिन अधिकारी मनमानी तरीके से कार्य रहे हैं। जिससे भ्रष्टाचार बढ़ रहा है। उन्होंने कहा की मौके पर नाट फार सेल क़ी सीमेंट बरामद हुई तो उसके तह तक जाना चाहिये क़ी नाट फार सेल क़ी सीमेंट कहां से आई उसके विरुद्ध भी कार्यवाही होना चाहिए। लेकिन अभी तक उस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है। इस संबंध में खंड विकास अधिकारी जेएन राव ने बताया की प्रकरण उनसे संबंधित नहीं है। इसे डीपीआरओ देख रहे हैं। वहीं जिला पंचायत राज अधिकारी लालजी दूबे ने बताया क़ी सहायक विकास अधिकारी पंचायत क़ो संबंधित लोगों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए पत्र भेजा गया था। उन्होंने एफआईआर करने के लिए तहरीर भी दिया था। लेकिन उस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है वह वैसे पड़ा है। सहायक विकास अधिकारी पंचायत राजेश कुमार वर्मा ने बताया की मामला संज्ञान में आया है,अभिलेख मांगा गया है यदि उच्चाधिकारी द्वारा आदेश दिया गया है,तो उसे दिखवाया जायेगा।