बदलते मौसम में स्वास्थ्य के प्रति रहे जागरूक-डॉक्टर चंद्र प्रकाश सिंह

बलरामपुर ।बदलते मौसम ने स्वास्थ्य समस्याओं को गंभीर बना दिया है। सर्दी, जुकाम, बुखार और वायरल संक्रमण जैसी मौसमी बीमारियों के कारण अस्पतालों में मरीजों की भीड़ बढ़ती जा रही है। सरकारी और निजी अस्पतालों के ओपीडी (आउट पेशेंट डिपार्टमेंट) में मरीजों की संख्या सामान्य दिनों की तुलना में काफी अधिक हो गई है, जिससे चिकित्सा सेवाओं पर दबाव बढ़ रहा है।सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के डॉक्टर चंद्र प्रकाश सिंह का कहना है कि मौसम के बार-बार बदलने और तापमान में अचानक गिरावट के कारण लोगों की प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो रही है। इसका सबसे अधिक प्रभाव बच्चों, बुजुर्गों और कमजोर स्वास्थ्य वाले लोगों पर पड़ रहा है। मौसम की यह बेरुखी सर्दी, जुकाम, बुखार, गले में खराश, बदन दर्द और सांस की समस्याओं का कारण बन रही है।
उतरौला के प्रमुख सरकारी अस्पताल में सामान्य दिनों की तुलना में मरीजों की संख्या में दोगुनी बढ़ोतरी देखी जा रही है। निजी अस्पतालों में भी यही स्थिति है, जहां डॉक्टरों को अतिरिक्त काम करना पड़ रहा है ताकि सभी मरीजों का इलाज हो सके। कई मरीजों को बेड की कमी के चलते लंबा इंतजार करना पड़ रहा है, जिससे स्थिति और जटिल हो रही है।
अस्पताल प्रशासन ने मौसमी बीमारियों के प्रसार को रोकने के लिए कुछ अतिरिक्त कदम उठाए हैं। डॉक्टरों ने लोगों को सलाह दी है कि वे इस बदलते मौसम में अपनी सेहत का खास ख्याल रखें। डॉक्टरों का कहना है कि लोगों को ठंड से बचने के लिए पर्याप्त गर्म कपड़े पहनने चाहिए और घर में भी साफ-सफाई पर ध्यान देना चाहिए। इसके साथ ही, गर्म पानी पीने और वायरल संक्रमण से बचने के लिए भीड़भाड़ वाले स्थानों से दूर रहने की सलाह दी गई है।
इसके अलावा, डॉक्टरों ने चेतावनी दी है कि अगर किसी को बुखार, खांसी या अन्य मौसमी लक्षण दिखाई दें, तो बिना देरी के नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर जांच करवाएं। समय पर इलाज से इन बीमारियों को फैलने से रोका जा सकता है।
असगरअली/के एल यादव की रिपोर्ट