कटहरा में चल रही श्रीमद्भागवत कथा में राजा परीक्षित की कथा सुन भाव-विभोर हुए श्रद्धालु।
महराजगंज । सदर ब्लॉक क्षेत्र के ग्राम पंचायत कटहरा में चल रही सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा के दौरान बुधवार को कथा वाचक पंडित उमेश चंद्र शुक्ल ने राजा परीक्षित की कथा का मार्मिक वर्णन किया। जैसे-जैसे कथा आगे बढ़ी और पांडाल में बैठे श्रद्धालु भाव-विभोर होते चले गए और वातावरण भक्तिरस से सराबोर हो उठा । कथा वाचक ने जीवन में सत्संग , संयम और सदाचार के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि जब मनुष्य अपने कर्मों से विमुख हो जाता है, तब उसके जीवन में विपत्तियाँ आती हैं। उन्होंने राजा परीक्षित के जीवन प्रसंग का उदाहरण देते हुए बताया कि कैसे श्राप मिलने के बाद भी उन्होंने सात दिनों में भागवत कथा सुनकर मोक्ष प्राप्त किया। इस प्रसंग को सुनते ही उपस्थित श्रोता आंखों में आँसू लिए भगवान श्रीकृष्ण के जयघोष करने लगे । इस अवसर पर कथा के यजमान बच्ची देवी एवं संदीप चौधरी, कमलेश चौधरी, मिथिलेश सिंह, छोटाई राय, बृजेश सिंह, सोमनाथ सिंह, बबलू सिंह सहित सैकड़ों ग्रामीण श्रद्धालु मौजूद रहे। कथा पांडाल में दिनभर भक्ति संगीत और हरिनाम संकीर्तन की ध्वनि गूंजती रही । कथा आयोजन के संयोजकों ने बताया कि सात दिवसीय यह भागवत कथा गांव के आध्यात्मिक और सामाजिक जीवन में नई ऊर्जा का संचार कर रही है। आगामी दिनों में प्रह्लाद चरित्र, श्रीकृष्ण जन्मोत्सव और गोवर्धन लीला जैसे प्रसंगों का आयोजन होगा, जिसके लिए ग्रामीणों में भारी उत्साह देखा जा रहा है। कार्यक्रम के अंत में व्यास पंडित उमेश चंद्र शुक्ल ने सभी श्रोताओं से जीवन में सदाचार अपनाने, सत्संग में शामिल होने और समाज में सद्भाव बनाए रखने का संदेश दिया ।
