महराजगंजउत्तर प्रदेश

पराली जलाना गैरकानूनी, दोषियों पर होगी कठोर कार्रवाई: जिलाधिकारी

महराजगंज । जनपद में पराली जलाने की घटनाओं पर नियंत्रण हेतु जिलाधिकारी सन्तोष कुमार शर्मा और पुलिस अधीक्षक सोमेंद्र मीना ने साथ सदर तहसील क्षेत्र के लक्ष्मीपुर देउरवा, अगया सहित कई ग्रामों का स्थलीय निरीक्षण किया।
जिलाधिकारी ने खेतों में पराली जलाने की स्थिति का अवलोकन करते हुए संबंधित अधिकारियों को कड़ी निगरानी एवं त्वरित कार्रवाई हेतु निर्देशित किया। निरीक्षण के दौरान ग्राम अगया में एक कंबाइन मशीन द्वारा बिना एसएमएस के धान की कटाई किए जाने पर मशीन को मौके पर ही सीज कर दिया गया। जिलाधिकारी ने तहसीलदार सदर को निर्देश दिए कि ग्राम स्तर पर टीमें भेजकर पराली जलाने वालों की पहचान सुनिश्चित करें तथा कानूनी कार्रवाई में किसी भी प्रकार की ढिलाई न बरती जाए। पुलिस अधीक्षक ने सीओ सदर को ग्राम स्तर बीट कांस्टेबलों को सक्रिय करने और पराली जलाने वालों को चिन्हित कर कार्यवाही का निर्देश दिया। जिलाधिकारी ने किसानों से संवाद कर पराली जलाने के पर्यावरणीय और स्वास्थ्य संबंधी दुष्प्रभावों की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पराली जलाने से जहाँ भूमि की उर्वरा शक्ति घटती है, वहीं वायु प्रदूषण बढ़ने से मानव एवं पशु स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। उन्होंने किसानों को हैप्पी सीडर, सुपर स्ट्रॉ मैनेजमेंट सिस्टम एसएमएस रोटावेटर, कम्पोस्ट निर्माण जैसे वैकल्पिक उपाय अपनाने के लिए प्रेरित किया।जिलाधिकारी ने कहा कि प्रशासन का उद्देश्य दंडात्मक कार्रवाई करना नहीं, बल्कि किसानों को जागरूक कर पर्यावरण संरक्षण की दिशा में सामूहिक प्रयास को मजबूत बनाना है। लेकिन पराली जलाने को स्वीकार नहीं किया जा सकता है। अतिरिक्त पराली को गौशालाओं को दान करने का सुझाव देते हुए उन्होंने कहा कि पराली ले जाने की व्यवस्था जिला प्रशासन द्वारा उपलब्ध कराई जाएगी। इसके साथ ही जिलाधिकारी ने स्पष्ट चेतावनी देते हुए कहा कि पराली जलाने को लेकर उच्चतम न्यायालय एवं एनजीटी का रुख बेहद सख्त है। अतः पराली जलाने वाले व्यक्तियों के विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत कर जुर्माना एवं अन्य दंडात्मक कार्रवाई अनिवार्य रूप से की जाएगी। उन्होंने कृषि विभाग को निर्देशित किया कि निःशुल्क अथवा सब्सिडी पर उपलब्ध कराए जा रहे कृषि यंत्रों का अधिकतम प्रचार-प्रसार किया जाए, ताकि किसान इनका लाभ उठा सकें। अभियान के दौरान ग्रामीणों ने पराली न जलाने का आश्वासन दिया।निरीक्षण के दौरान सीओ सदर जे.पी. त्रिपाठी, तहसीलदार सदर पंकज शाही, उपनिदेशक कृषि संजीव कुमार। जिला सूचना अधिकारी प्रभाकर मणि तड़पती, नायब तहसीलदार विवेक श्रीवास्तव सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे ।

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