बृजमनगंज । जून के महीने में जब अच्छी बारिश हुई तो किसानों ने बड़े ही उत्साह के साथ धान की खेती में हाथ बढ़ाया। इस वर्ष समय-समय पर बारिश होती रही। नतीजा हुआ कि फसल अच्छी रही, लेकिन जब उसकी कटाई कराकर बेचने की बारी आई तो प्रकृति की मार शुरू हो गई। बृजमनगंज क्षेत्र में अभी 40 फीसद से अधिक किसानों की फसल या तो खलिहान में है या फिर खेत में ही पड़ी है। ऐसे में उनका भारी नुकसान होने की आशंका है। किसान इस बात को लेकर चितित हैं कि आगे अगर मौसम साफ नहीं हुआ तो ज्यादा नुकसान हो जाएगा। हालांकि यह बारिश उन किसानों के लिए लाभप्रद है जिन्होंने गेहूं की बोआई कर ली है।
मौसम का मिजाज तो बुधवार की शाम से ही बिगड़ने लगा था। हल्की बूंदाबांदी होने से चिंतित थे कि कहीं बारिश ज्यादा न हो जाए। उनकी चिंता और गहरी तब हो गई जब गुरुवार की सुबह 5 बजे से रिमझिम बारिश शुरू हो गई। रुक-रुककर बारिश हुई। इससे बृजमनगंज ब्लाक के कई गांवों में फसलों को ज्यादा नुकसान हुआ। खेतों में हल्का पानी तक लग गया। जिन किसानों ने धान की कटाई कराकर लेहनी यानी धान की बालियों को सूखने के लिए छोड़ा था वह भीग गई। खलिहान में भी रखी फसल प्रभावित हुई ।
