देवदह बाउंड्रीवाल निर्माण में मिले कुषाण कालीन मुद्राएं ।
महराजगंज । लक्ष्मीपुर क्षेत्र के ग्राम पंचायत बनरसिहा कला के बौद्ध स्तूप देवदह के बाउंड्रीवाल निर्माण में को कुषाण कालीन 36 किग्रा सिक्के मिले। जिसे सूचना पाकर मौके पर पहुँचे क्षेत्रीय पुरातत्व अधिकारी कृष्ण मोहन दुबे ने रविवार देर सायं विभाग के उच्च अधिकारियों को सौंप दिए। यह घटना पूरे क्षेत्र ने कौतूहल का विषय बना हुआ है। नौतनवा तहसील के लक्ष्मीपुर ब्लाक के ग्राम पंचायत बनरसिहा कला देवदह में बौद्ध काल के कई स्तूप व धरोहर स्थित है। जिसके संरक्षण के लिए शासन स्तर से पुरातत्व विभाग द्वारा देवदह टीले के चारों तरफ बाउंड्रीवाल हो रहा है।स्थानीय लोगों ने बताया कि रविवार को दोपहर में पीलर की खुदाई हो रही थी इसी दौरान एक घड़ा मिला। जिसमें प्राचीन काल के सिक्के भरे हुए थे। काम करने वाले मजदूरों और मिस्त्री के लिए यह कौतूहल का विषय बन गया।मौके पर मौजूद पुरातत्व विभाग के चौकीदार ओमप्रकाश ने तत्काल उक्त सिक्के भरे घड़े को कब्जे में ले लिए और विभाग के अधिकारियों को सूचना दिया। ग्रामीणों की माने तो उक्त घड़े को मौके पर वजन किया गया तो उसमें 36 किग्रा 400 ग्राम वजन के सैकड़ों सिक्के मिले। ग्रामीणों के मुताबिक सभी सिक्कों का रंग पीला था। सूचना पाकर देर सायं क्षेत्रीय पुरातत्व अधिकारी गोरखपुर कृष्ण मोहन द्विवेदी मौके पर पहुँच कर सिक्के भरे घड़े को अपने साथ ले गए।
इस संदर्भ में क्षेत्रीय पुरातत्व अधिकारी गोरखपुर कृष्ण मोहन द्विवेदी ने बताया कि देवदह टीले के संरक्षण के लिए बाउंड्रीवाल का निर्माण चल रहा है। इसी दौरान पीलर खोदते समय एक घड़ा मिला है। जिससे कुषाण काल के सिक्के मौजूद हैं।जो ताम्र धातु के प्रतीत हो रहे हैं। विभाग के उच्चाधिकारियों को सुपुर्द कर दिया गया है। जांच के बाद ही विस्तार से जानकारी मिल पाएगी।
