गौ रक्षक दल और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने किया औचक निरीक्षण मृत पाई गई गाय ।

मिठौरा । निचलौल तहसील क्षेत्र के मदनपुरा स्थित गौ सदन की स्थिति गुरुवार को उस समय बेहद चिंताजनक पाई गई जब गौ रक्षक दल और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने वहां का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण में जो दृश्य सामने आए, उन्होंने प्रशासन और जिम्मेदार विभाग की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए। गुरुवार सुबह लगभग 10 बजे कार्यकर्ताओं की टीम गौ सदन पहुंची। परिसर में प्रवेश करते ही उन्हें एक गाय का सड़ा हुआ शव पड़ा मिला, जिसे कौवे नोच-नोच कर खा रहे थे। यही नहीं, दो अन्य गायें मरणासन्न अवस्था में तड़पती मिलीं जिनका कोई इलाज तक नहीं हो रहा था। निरीक्षण के दौरान कार्यकर्ताओं ने पाया कि गौ सदन के पूरे परिसर में घुटने तक पानी भरा है। बाड़े में डाला गया चारा सड़ चुका है, गोबर चारों ओर फैला पड़ा है और दुर्गंध के कारण खड़ा रहना मुश्किल था। और तो और, गौ सदन के भीतर ही कई जगह गायों के कंकाल बिखरे पड़े मिले। गौ रक्षक दल और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं का आरोप है कि गौ सेवा के लिए नियुक्त कर्मी गायों की सेवा करने के बजाय चारे और अन्य सामग्री का निजी उपयोग कर रहे हैं। उनका कहना है कि सरकार की ओर से करोड़ों रुपये खर्च किए जाते हैं लेकिन धरातल पर पशुओं की हालत बदतर है। मामले की गंभीरता को देखते हुए सूचना मिलते ही उपजिलाधिकारी सिद्धार्थ गुप्ता, तहसीलदार अमित सिंह और बीडीओ मिठौरा राहुल सागर मौके पर पहुंचे। अधिकारियों ने तत्काल निरीक्षण कर दोषी कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया। साथ ही बीमार गायों के इलाज की तात्कालिक व्यवस्था करने की बात भी कही। निरीक्षण दल में बजरंग दल के शत्रुध्न कसौधन, आलोक तिवारी और गोरक्ष प्रांत अध्यक्ष विवेक श्रीवास्तव समेत कई कार्यकर्ता मौजूद रहे। कार्यकर्ताओं ने चेतावनी दी कि यदि शीघ्र ही गौ सदन की व्यवस्था में सुधार नहीं किया गया और जिम्मेदारों पर कठोर कार्रवाई नहीं हुई तो वे आंदोलन करने को मजबूर होंगे। स्थानीय लोगों का कहना है कि गौ सदन की यह दशा लंबे समय से है। कई बार शिकायत करने के बाद भी कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। अब जब यह मामला मीडिया और प्रशासन के संज्ञान में आया है तो उम्मीद जताई जा रही है कि व्यवस्था में सुधार होगा और पशुओं को राहत मिलेगी।
