सफलता का सूत्र स्थापित करें अपने ज्ञान के बल पर : डॉ. मनीष श्रीवास्तव ।

मिठौरा । भारत युवाओं का देश है हमें स्वयं के विकास के साथ देश के विकास में योगदान देना है जिससे देश विश्व पटल पर अमिट छाप छोड़ सके। यह तभी संभव है जब हमें नौकरी की तलाश के साथ स्वरोजगार की ओर उन्मुख होंगे। देश के प्रधानमंत्री जी द्वारा मेक इन इंडिया की शुरुआत ही इसी उद्देश्य से हुई कि हम अपने उपयोग की वस्तुओं का उत्पादन करें जो सस्ता एवं शुद्ध हो। उक्त बातें महाविद्यालय में नवागत विद्यार्थियों के स्वागत समारोह के अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित वैज्ञानिक, कृषि विज्ञान केंद्र चौक माफी, पीपीगंज, गोरखपुर की सहायक आचार्य डॉ श्वेता सिंह ने कही ।
मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित दिग्विजयनाथ पीजी कॉलेज, गोरखपुर के रसायन विज्ञान विषय के सहायक आचार्य डॉ मनीष श्रीवास्तव ने कहा कि आज संचार क्रांति ने शिक्षा के स्वरूप को बदल दिया है। पहले बच्चे विद्यालय में आकर अपनी कक्षाओं में अध्ययन करते थे परंतु संचार क्रांति ने ऑनलाइन कोर्स एवं कंटेंट उपलब्ध कराकर बच्चों को विद्यालय से दूर कर दिया जबकि बच्चों की सभी समस्याओं का समाधान ऑनलाइन के माध्यम से संभव नहीं है। इसके लिए उन्हें विद्यालय आना होगा और अपने शिक्षक से समस्याओं का निवारण कराना होगा। शिक्षक भी अपनी कक्षा को रोचक बनाए जिससे विद्यार्थी कक्षा में बैठने में रूचि दिखाएं। कार्यक्रम का अध्यक्षीय उद्बोधन महाविद्यालय के प्रभारी डॉ शैलेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि इस प्रकार का आयोजन एवं नियोजन इसलिए आवश्यक है कि विद्यार्थी यह जाने की वह अपने जीवन के महत्वपूर्ण 3 वर्ष या 5 वर्ष जिस संस्था में देने जा रहा है उस संस्था का उद्देश्य क्या है। क्या विद्यार्थी को डिग्री बांटना है या उन्हें स्वावलंबी बनाना है । महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद की स्थापना का उद्देश्य ही देश के विकास के लिए योग्य संस्कृतनिष्ठ युवाओं का निर्माण करना है। इसी क्रम में महाविद्यालय में खाद्य प्रसंस्करण विभाग, उत्तर प्रदेश द्वारा 15 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम एवं उन्नति फाउंडेशन द्वारा एक माह का व्यक्तित्व विकास का कार्यक्रम चल रहा है । आगे आने वाले समय में अनेक विभागों द्वारा ऐसे प्रशिक्षण का आयोजन होता रहेगा । आज के कार्यक्रम का कुशल संचालन संस्कृत प्रवक्ता डॉ मनीषा त्रिपाठीएवं आभार ज्ञापन महाविद्यालय के प्राचार्य लेफ्टिनेंट डॉ रामपाल यादव ने किया । इस कार्यक्रम में महाविद्यालय के समस्त शिक्षकगण, कर्मचारीगण एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे ।
