वायरल वीडियो प्रकरण में जिला प्रशासन की कड़ी कार्यवाही, प्रधानाध्यापिका निलंबित खंड शिक्षा अधिकारी को प्रतिकूल प्रविष्टि।
महराजगंज । महराजगंज जनपद के प्राथमिक विद्यालय रुद्रपुर भलुही से संबंधित वायरल वीडियो में जिला प्रशासन की जांच के बाद वीडियो को प्रायोजित पाया गया। विद्यालय के सामने बच्चियों के रोने और स्कूल बंद होने की वायरल वीडियो में बीएसए की जांच में पाया गया विद्यालय की प्रधानाध्यापिका के द्वारा बच्चों को बरगलाते हुए उनके रोने का वीडियो बनाकर वायरल कर प्रशासन की छवि को धूमिल किया गया है । जबकि विद्यालय को भी समय से नहीं खोला गया। इस मामले में बीएसए रिद्धि पांडे द्वारा की गई जांच के बाद संबंधित विद्यालय की प्रधानाध्यापिका कुसुमलता पांडेय को निलंबित किया गया है। साथ ही परतावल विकासखंड के खंड शिक्षा अधिकारी मुसाफिर सिंह पटेल को स्कूलों के पर्यवेक्षणीय व अनुश्रवण कार्य में शिथिलता को लेकर प्रतिकूल प्रविष्टि जारी किया गया है। सोमवार को जनपद के परतावल विकासखंड के प्राथमिक विद्यालय रुद्रपुर भलुही के बाहर से एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें कुछ बच्चियां ड्रेस में बैग लिए रो रही थी और स्कूल खोलने की गुहार लगा रही थीं। इस वीडियो में प्रधानाध्यापिका भी शामिल थीं। वायरल वीडियो को लेकर सख्त हुए जिलाधिकारी ने बेसिक शिक्षा अधिकारी से तत्काल जांच कर आख्या प्रेषित करने का निर्देश दिया। जांच में वायरल वीडियो पूरी तरह प्रायोजित पाया गया। ग्राम प्रधान और अन्य ग्रामीणों द्वारा भी प्रधानाध्यापिका की कार्यशैली को लेकर गंभीर शिकायतें की गईं। जांच में पाया गया प्रभारी प्रधानाध्यापिका द्वारा विद्यालय में छात्र नामांकन को लेकर कोई कार्यवाही नहीं की गई है । जिस कारण कुल नामांकन मात्र 32 पाया गया। विद्यालय मद में विभाग द्वारा प्रेषित धनराशि जैसे-कम्पोजिट ग्राण्ट पंजिका, स्पोर्टस अनुदान पंजिका, मध्याहन भोजन के अन्तर्गत बर्तन क्रय पंजिका, टी०एल०एम० पंजिका, बाल मेला पंजिका, लर्निंग कॉर्नर पंजिका, माता उन्मुखीकरण पंजिका, प्रिन्टरीच मैटेरियल पंजिका, को-लोकेटेड स्टेशनरी पंजिका, हमारा आंगन हमारे बच्चे पंजिका, वार्षिक उत्सव पंजिका आदि पंजिकाओं का विद्यालय में उपलब्ध न होना पाया गया। वीडियो वायरल होने के बाद जिलाधिकारी संतोष कुमार शर्मा ने वीडियो जारी कर बताया कि प्राथमिक जांच में वीडियो प्रायोजित पाया गया है। युग्मन नीति के तहत प्राथमिक विद्यालय भलुही शामिल नहीं है। पूर्व की भांति विद्यालय में पठन-पाठन चल रहा है। फिर भी कुछ लोगों द्वारा प्रायोजित तरीके से वीडियो रिकॉर्ड कर शासन–प्रशासन की छवि को धूमिल करने के उद्देश्य से प्रसारित किया गया। उनके द्वारा मामले की जांच कर दोषी लोगों को चिन्हित कर कार्यवाही करने की बात कही गई थी। बेसिक शिक्षा अधिकारी ऋद्धि पांडेय ने बताया है कि युगमन नीति के तहत शासन द्वार परिषदीय विद्यालयों का स्थानीय परिस्थितियों, आवश्यकताओं, विद्यालयी शिक्षा, नवाचार, भौतिक एवं शैक्षणिक संसाधनों जैसे विद्यालय भवन, कक्षा-कक्ष, आई०सी०टी० उपकरण एवं संसाधनो के बेहतर उपयोग अपर्याप्त छात्र नामांकन वाले विद्यालय का युग्मन निकटस्थ विद्यालय में किये जाने का निर्णय लिया गया है। इसके नीति का उद्देश्य विद्यार्थियों को बेहतर शैक्षणिक वातावरण उपलब्ध कराना, अवसंरचना को बेहतर करना, शिक्षक–छात्र अनुपात में सुधार, शिक्षकों की बेहतर उपस्थिति सुनिश्चित करना है, ताकि बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराया जा सके। युग्मित विद्यालय को बाल वाटिका के रूप में विकसित किया जाएगा, जहां पूर्व–प्राथमिक शिक्षा उपलब्ध कराई जाएगी।