उत्तर प्रदेशमहराजगंज

जिलास्तरीय अधिकारियों व मीडियाकर्मियों की कार्यशाला का आयोजन

महराजगंज । जिलाधिकारी संतोष कुमार शर्मा की अध्यक्षता में राष्ट्रीय पंचायत उन्नति सूचकांक 2.0 के संदर्भ में संवेदीकरण हेतु जिलास्तरीय अधिकारियों व मीडियाकर्मियों की कार्यशाला का आयोजन कलेक्ट्रेट सभागार में किया गया।

 

कार्यशाला को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि पंचायत उन्नति सूचकांक पीएआई ग्राम पंचायतों के लिए विकासात्मक प्रगति का मूल्यांकन करने, डेटा-संचालित शासन को बढ़ावा देने, पंचायतों के बेहतर प्रदर्शन को प्रोत्साहित करने और स्थानीय नियोजन को सतत विकास लक्ष्यों एसडीजी के राष्ट्रीय उद्देश्यों के साथ जोड़ने के लिए एक प्लेटफॉर्म प्रदान करता है। किसी भी देश के विकास की इकाई ग्राम पंचायतें होती हैं। इस सूचकांक का उद्देश्य न सिर्फ विभिन्न पैरामीटर पर ग्रामपंचायतों का मूल्यांकन करना है । बल्कि उन्हें सम्बन्धित पैरामीटर पर बेहतर प्रदर्शन के लिए प्रेरित करना है।
जिलाधिकारी ने समस्त अधिकारियों को पीएआई 2.0 के प्रश्नावलियों को समझने का निर्देश दिया। जिलाधिकारी ने कहा कि प्रत्येक थीम पर बेहतर प्रदर्शन करने वाले न्यूनतम 05 ग्राम पंचायतों को चिन्हित करते हुए उनका सीधा पर्यवेक्षण जिलास्तर से सुनिश्चित करें, ताकि उचित निर्देशन में ऐसी ग्राम पंचायतें अपना सर्वश्रेष्ठ दे सकें। उन्होंने कहा कि सभी विभाग टीम भावना से कार्य करें और एक संकेतक पर ग्राम पंचायत को संतृप्त करने के लिए जिन बिंदुओं पर कार्य करना है, सम्बन्धित विभाग उनपर परस्पर समन्वय के साथ कार्य करें। इसमें संबंधित बीडीओ नेतृत्व प्रदान करें। डीपीआरओ को निर्देशित किया कि ब्लॉकवार भी पीएआई 2.0 का प्रशिक्षण प्रभावी तरीके से और इसके लिए जनपद स्तर से उसकी ऑनलाइन मॉनिटरिंग सुनिश्चित की जाए। जिलाधिकारी ने कहा कि अधिकारी सुनिश्चित करें कि धरातल पर योजनाओं का क्रियान्वयन प्रभावी तरीके से हो और उनकी सही और सटीक डेटा फीडिंग की जाए। उन्होंने समस्त अधिकारियों को अपने कार्मिकों को इस सूचकांक के विषय में संवेदित करने का निर्देश दिया। इससे पूर्व जिला पंचायतराज अधिकारी श्रेया मिश्रा ने सभी को पीएआई 1.0 के निष्कर्षों, उसमें जनपद के प्रदर्शन सहित पीएआई 2.0 के लक्ष्य, रणनीति, औचित्य और तैयारियों के विषय में सभी को अवगत कराया। पीएआई 2.0 में ओडीएफ प्लस घोषणा, मनरेगा से रोजगार में नियोजित परिवारों की संख्या, शिकायत निवारण प्रणाली, हर घर जल जैसे विभिन्न पैरामीटर पर मापा जाएगा। पीएआई के संदर्भ में डेटा प्रविष्टि से लेकर राष्ट्रीय पंचायत पुरस्कार तक की सभी गतिविधियां जुलाई 2025 से आरंभ होकर नवंबर 2025 में समाप्त होंगी। कार्यशाला में मुख्य विकास अधिकारी अनुराज जैन, सीएमओ डॉ0 श्रीकांत शुक्ला, डीडीओ बी.एन. कन्नौजिया, परियोजना निदेशक रामदरश चौधरी जिला सूचना विज्ञान अधिकारी मनोज कुमार सहित संबंधित विभागों के जनपदस्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।

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