मनरेगा कार्य में मस्टररोल निकाला पुरुषों का ,काम कर रही महिलाएं ।

परसामलिक । देश के ग्रामीण विकास के लिए चलाई जा रही महत्वाकांक्षी महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम मनरेगा योजना में बड़े घोटाले की परतें एक बार फिर उजागर हुई हैं। नौतनवा विकास खंड अंतर्गत ग्राम पंचायत शेष फरेंदा में मनरेगा योजना के तहत कराए जा रहे कार्य में कूट रचित तरीके से घर बैठे श्रमिकों की हाजिरी लगाने का मामला प्रकाश में आया है। ग्राम पंचायत शेष फरेंदा में मनरेगा योजना के तहत सी सी रोड से पश्चिम घघरा नदी तक चकबंध पर मिट्टी कार्य 10 जून 2025 से 24 जून 2025 तक कराया जा रहा है। उक्त कार्य के बाबत निकाले गए मस्टरोल में 19 पुरुषों के नाम मौजूद है लेकिन कार्यस्थल पर अधिकतम महिलाएं ही काम करती दिखाई दे रही है जिसकी पुष्टि एनएमएमएस ऐप पर श्रमिकों की लगाई जा रही ऑनलाइन हाजिरी से की जा सकती है। वही दूसरों ओर संबंधित रोजगार सेवक मेट द्वारा ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों की आंखों में धूल झोंक कार्यस्थल पर कार्य कर रहे श्रमिकों से कई गुना अधिक हाजिरी एनएमएमएस एप पर लगाई जा रही है। दिन बुधवार को एनएमएमएस ऐप पर लगाई गई हाजिरी के अनुसार एम आर संख्या 3022, 23, 24, 25, 26, 27 में केवल 9 महिलाएं और एम आर 3028 में दो पुरुष दिखाई दे रहे है जबकि हाजिरी 62 श्रमिकों की लगाई गई है।अब देखना यह लाजिमी होगा कि ब्लॉक स्तरीय अधिकारी प्रकरण के संज्ञान में आने के बाद दोषियों पर किस प्रकार की कार्यवाही करते है या ऐसे ही मनरेगा योजनाओं में धांधली का खेल बदस्तूर जारी रहेगा।
इस बाबत एपीओ शशिकांत से पक्ष जानने का प्रयास किया गया तो उनका मोबाइल नॉट रिचेबल मिला।