दोषियों के खिलाफ कार्यवाही नहीं होने से बढ़ रहा मनोबल, जांच के नाम पर खानापूर्ति का आरोप ।
महराजगंज । जनपद के लक्ष्मीपुर विकासखंड अंतर्गत विभिन्न ग्राम पंचायतों में मनरेगा योजना के तहत चल रहे कार्यों में मनरेगा में जारी गाइड लाइन की रोजगार सेवकों मेट द्वारा जम कर धज्जियां उड़ाई जा रही है । कही कम मजदूरों को कार्यस्थल पर लगा कई गुना अधिक हाजिरी लगाई जा रही है । तो कही एक ही पाली में मजदूरों का फोटो अपलोड किया जा रहा है। ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों की उदासीनता से मनरेगा योजना में जम कर भष्टाचार किया जा रहा है। स्थानीय स्तर पर जब संवाददाता ने कई ग्राम पंचायतों में पड़ताल किया तो कई चौंकाने वाले तथ्य प्रकाश में आए कई ग्राम पंचायतों में कार्यस्थल पर सिटीजन इन्फॉर्मेशन बोर्ड नहीं लगा है। वही कई ग्राम पंचायतों में चल रहे मनरेगा कार्यों में मौके पर कम मजदूर मिले लेकिन एनएमएमएस ऐप पर कूट रचित तरीके से कई गुना अधिक श्रमिकों की घर बैठे हाजिरी लगाई जा रही है। स्थानीय सूत्रों की मानें तो रोजगार सेवक द्वारा ऐसे श्रमिकों की भी हाजिरी लगाई जा रही है । जो मौके पर कार्यरत नहीं होते सबसे बड़ी आश्चर्य की बात यह है कि 11 जून 2025 को दोपहर के एक बजे तक मात्र छह ग्राम पंचायतों की ऑनलाइन हाजिरी लगाई गई है । जबकि शाम में इसकी संख्या लगभग 60 से ज्यादा गांवों की हो जाएगी।जिससे योजना की पारदर्शिता और प्रभावशीलता पर सवाल खड़े हो रहे हैं। मनरेगा की जारी गाइडलाइन के अनुसार, कार्यस्थल पर कार्य कर रहे श्रमिकों की हाजिरी दो पालियों में दर्ज की जानी अनिवार्य है। लेकिन लक्ष्मीपुर विकास खंड अंतर्गत कई ग्राम पंचायतों में रोजगार सेवक मेट द्वारा मनरेगा के दिशा-निर्देशों की खुलेआम अवहेलना की जा रही है । और ब्लॉक स्तरीय अधिकारी उक्त प्रकरण पर मौन धारण किए हुए है।विभिन्न ग्राम पंचायत के स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि यदि समय रहते दोषियों पर कठोर कदम नहीं उठाए गए, तो ग्राम पंचायतों में चल रही यह मनमानी मनरेगा योजना को कमजोर कर देगी।इस संदर्भ में एपीओ आभा दूबे ने बताया कि मामला संज्ञान में नही है।यदि ऐसा हो रहा है तो जांच करके कार्रवाई किया जाएगा।