रोजगार सेवक मेट द्वारा लगाई गई है घर बैठे सैकड़ों श्रमिकों की फर्जी हाजिरी
महराजगंज।महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना मनरेगा की शुरुआत बेरोजगार गरीबों के कल्याण के लिए की गई थी, लेकिन सरकार की महत्वाकांक्षी योजना ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों की उदासीनता से भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई है। कहीं फर्जी जाब कार्ड बनाकर गरीबों के हक की रकम घर बैठे लोगों के हवाले किया जा रहा है तो कहीं मशीनी उपकरण से कार्य करा ऑनलाइन एनएमएमएस ऐप पर रोजगार सेवक मेट द्वारा घर बैठे सैकड़ों श्रमिकों की फर्जी हाजिरी लगा कागजों में विकास की गंगा बहाकर ग्राम प्रधान व रोजगार सेवक की मिली भगत से सरकारी धन का गबन किए जाने का प्रयास हो रहा है।
ऐसा ही एक मामला महराजगंज जनपद के मिठौरा विकास खण्ड अंतर्गत ग्राम पंचायत बेलभरिया में प्रकाश आया जहां पोखरे में मशीनी उपकरण से कार्य करा उच्च अधिकारियों की आंखों में धूल झोंक ग्राम प्रधान, तकनीकी सहायक व पंचायत सचिव की मिली भगत से
तैनात रोजगार सेवक मेट द्वारा कूट रचित तरीके से कार्यस्थल पर कार्यरत मनरेगा श्रमिको से अधिक घर बैठे श्रमिकों की एनएमएमएस एप पर मजदूरों की ऑनलाइन हाजिरी लगा लाखों के भुगतान की तैयारी में जुट हुए है।उक्त ग्राम पंचायत में एएनएम सेंटर के पास वाली पोखरी का जीर्णोद्वार कार्य हेतु 17 अप्रैल से 30 अप्रैल तक मस्टररोल निकाल तीन लाख तेरह हजार दो सौ छत्तीस रूपये का भुगतान के लिए एमआईएस कराया गया इतने से मन नहीं भरा तो फिर 1 मई से 14 मई से दूसरा मस्टररोल निकाला गया। अधिकारियों की गुमराह करने हेतु दूसरी बार कम मनरेगा श्रमिकों का मस्टररोल निकाला गया जिससे अधिकारियों का फर्जीवाड़े पर नजर ना पड़े।
*ग्राम पंचायत में दो कार्य स्थलों पर एक ही मजदूर कर रहे कार्य, एप से हुई पुष्टि*
ग्राम पंचायत बेलभरिया में एएनएम सेंटर के पास वाली पोखरी का जीर्णोद्वार कार्य व ईश्वर यादव के खेत से नसरुल्लाह के खेत तक चकबंद कार्य कराया जा रहा है।सबसे मजे की बात यह है कि रोजगार सेवक मेट द्वारा दोनों कार्यस्थलों पर एक ही मजदूरों से कार्य कराया जा रहा है जिसकी पुष्टि ऑनलाइन एनएमएमएस ऐप पर लगाए जा रहे हाजिरी से की जा सकती है। अब ऐसे में क्या यह संभव है कि एक ही मजदूर एक ही समय में दोनों कार्यस्थलों पर कार्य कर सकते है यह जांच का विषय है।
अब देखना यह लाजिमी होगा कि उक्त प्रकरण अधिकारियों के संज्ञान में आने के बाद जांच करा दोषियों पर विभागीय कार्यवाही होगी या मामले की लीपापोती कर ठंडे बस्ते में डाल दिया जाएगा। इस बाबत तकनीकी सहायक ईश्वर वर्मा ने बताया प्रकरण संज्ञान में है, स्थलीय निरीक्षण के उपरांत उच्चाधिकारियों को रिपोर्ट प्रेषित किया जाएगा।