मासिक धर्म पर तोड़ो चुप्पी तभी तो होगी स्वस्थ और निरोगी- काउंसलर विनोद
महराजगंज l बुधवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बनकटी फरेंदा के अधीक्षक डॉक्टर एमपी सोनकर के नेतृत्व में प्रत्येक वर्ष मनाये जाने वाले अंतर्राष्ट्रीय माहवारी स्वच्छता दिवस कार्यक्रम मनाया जाता है l उसी क्रम में बुधवार को फरेंदा ब्लॉक के भगवत नगर परसिया गाँव के पंचायत भवन पर सैकड़ो बालिकाओं और महिलाओं के साथ अंतरराष्ट्रीय माहवारी स्वच्छता दिवस कार्यक्रम बीसीपीएम बबीता शर्मा और काउंसलर विनोद कुमार गुप्ता द्वारा आयोजित किया गया l कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बीसीपीएम बबीता शर्मा ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय माहवारी स्वच्छता दिवस वर्ल्ड मेंस्ट्रअल हाइजीन डे हर साल 28 मई को मनाया जाता है। इस दिन का मुख्य उद्देश्य मासिक धर्म के दौरान स्वच्छता और स्वास्थ्य के बारे में जागरूकता बढ़ाना है l और महिलाओं तथा लड़कियों को मासिक धर्म के दौरान आने वाली चुनौतियों से अवगत कराना है।इसके लिए विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए l जिनमें जागरूकता अभियान, सेमिनार और सांस्कृतिक कार्यक्रम आदि है l सोशल मीडिया पर मासिक धर्म स्वच्छता के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए विस्तृत जानकारी दी गई l काउंसलर विनोद कुमार गुप्ता ने बताया की कार्यक्रम की शुरुआत सरस्वती वंदना के अलावा स्वच्छता गीत के साथ की गई l उन्होने बताया की सरस्वती वंदना रेनू और कविता जब की स्वछता गीत अर्चना और गीता दवारा प्रस्तुत किया गया l उसके उपरांत काउंसलर विनोद कुमार गुप्ता ने बालिकाओं और महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि अंतर्राष्ट्रीय माहवारी स्वच्छता दिवस कार्यक्रम का उद्देश्य मासिक धर्म स्वच्छता के बारे में जागरूकता बढ़ाना है l
मासिक धर्म से जुड़ी भ्रांतियों को दूर करना है l जिससे बालिकाएं और महिलाएं स्वस्थ और स्वच्छ रह सके l महिलाओं और लड़कियों को मासिक धर्म के दौरान आने वाली चुनौतियों के बारे में भी विस्तृत जानकारी दी गई l उन्होंने बताया की पीरियड्स एक प्राकृतिक प्रक्रिया है, जिससे हर बालिका या महिला हर महीने गुजरती है। महिलाओं के लिए इसे एक बेहद जरूरी माना जाता है l इस दौरान कई तरह की समस्याओं का भी सामना करना पड़ता है। पीरियड्स के दौरान साफ-सफाई का भी खास ध्यान रखना पड़ता है l क्योंकि साफ-सफाई की कमी की वजह से कई बार कई तरह की गंभीर समस्याएं हो सकती हैं। ऐसे में इसके प्रति जागरूकता फैलाने के लिए हर साल 28 मई को विश्व मासिक धर्म स्वच्छता दिवस यानी ‘वर्ल्ड मेन्सट्रुअल हाइजीन डे’ मनाया जाता है। उन्होंने बताया की इस दिन को मनाने के लिए 28 तारीख का चुनाव करने का भी अपना अलग महत्व है।ज्यादातर महिलाओं को महीने में 5 दिन पीरियड से होते हैं और औसत पीरियड साइकिल 28 दिन की होती है। यही वजह है कि हर साल 28 मई को मेंस्ट्रूअल हाइजीन डे मनाया जाता है।
गांव-देहात में अक्सर कई कारणों से महिलाएं सैनिटरी नैपकिन इस्तेमाल नहीं कर पाती हैं जैसे कि पैसे की कमी, जागरूकता की कमी और सैनिटरी नैपकिन की सुलभता में कमी। इस संबंध में राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वे के अनुसार लगभग 50 प्रतिशत महिलाएं माहवारी दिनों कपड़े से काम चलाती हैं, जिसे स्वच्छ और सुरक्षित नहीं माना गया है। लेकिन यह चलन उनकी सेहत के लिए हानिकारक है और इस अज्ञानता से स्वास्थ्य संबंधी कई समस्याएं हो सकती हैं और यहां तक कि सर्वाइकल कैंसर, प्रजनन मार्ग में संक्रमण, हेपेटाइटिस बी का संक्रमण, मूत्र मार्ग में संक्रमण और ऐसी अन्य अत्यंत गंभीर बीमारियां हो सकती हैं। जिससे हर साल लगभग 20 लाख लड़कियां स्कूल की पढ़ाई छोड़ देती हैं l क्योंकि स्वच्छता का कोई साधन, या सैनिटरी नैपकिन कुछ भी नहीं मिलता है। कार्यक्रम में एनम शकुंतला, आशा चंद्रप्रभा, संगीता, मुन्नी, दुर्गावती मंजू पाल सहित तमाम लोग मौजूद रहे l