नगर के मुख्य चौराहे पर सार्वजनिक शौचालय नहीं होने से मुसाफिर परेशान ।
बृजमनगंज । नगर पंचायत बृजमनगंज में प्रधानमंत्री मोदी के स्वच्छता के सपने पर नगर के जिम्मेदार पानी फेरते नजर आ रहे हैं। नगर के बाजारों तक जरूरत के अनुसार नहीं तो सार्वजनिक शौचालय है और न ही स्वच्छता को गंभीरता से लिया जा रहा है। हालांकि दावे तो बड़े-बड़े किए जा रहे हैं, पर हकीकत कुछ और ही है। नगर में सकड़ो दुकानें हैं, जिन पर रोजाना खरीदारी के लिए हजारों लोग दूर दराज के गांवों से पहुंचते हैं। नगरवासी ही नहीं यहां बाजार में आने वाले सैकड़ों लोगों को सुलभ शौचालय तक के लिए तरसना पड़ रहा है। हालत ये है कि मेन बाजार में सार्वजनिक शौचालय नहीं है। दुकानदारों को शौचालय का प्रयोग करने के लिए या तो किसी के घर में जाना पड़ता है या फिर कहीं इधर-उधर गलियों में ही जाना पड़ता है।नगर में आये दिन दूर दराज गांवों से हजारों की संख्या में पुरुष महिला बाजार करने पहुंचते हैं। ऐसे में यदि उन्हें नित्य क्रिया की आवश्यकता पड़े तो इसके लिये परेशान होना पड़ता है। इसमें सबसे ज्यादा परेशानी महिलाओ को उठानी पड़ती है। वजह ये है कि नगर के मुख्य चौराहे पर सार्वजनिक शौचालय नहीं है। वहीं वार्ड न0 2 कन्या विद्यालय के सामने एक सार्वजनिक शौचालय है वर्षों से उसमें ताला बंद पड़ा है, जिससे लोगो को परेशान होना पड़ता है। वरिष्ठ सपा नेता दिलीप चौधरी व व्यापार मंडल अध्यक्ष किशन जयसवाल उर्फ मंटू का कहना कि सरकार की ओर से स्वच्छता मिशन के तहत लोगों को खुले में शौच न करने के लिए जागरूक किया जाता है, लेकिन नगर में स्थित सभी मुख्य बाजारों में एक भी सार्वजनिक शौचालय या मोबाइल शौचालय नहीं रखा गया है।