उत्तर प्रदेशगोंड़ा

कर्नलगंज नगर पालिका की मनमानी से जनता परेशान

कर्नलगंज,गोंडा। कर्नलगंज नगर पालिका परिषद की लापरवाही और मनमानी कार्यशैली ने स्थानीय जनता का जीना मुहाल कर दिया है। पौराणिक और धार्मिक महत्व वाले सकरौरा घाट के पास कस्बे का कूड़ा-कचरा गंदगी बड़े पैमाने पर डंप किया जा रहा है, जिससे न केवल पर्यावरण को गंभीर नुकसान हो रहा है, बल्कि लोगों की आस्था को भी ठेस पहुँच रही है। यहां शासन और जिला प्रशासन के आदेशों की खुलेआम अवहेलना की जा रही है,जबकि नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) के ठोस अपशिष्ट प्रबंधन नियमों को ताक पर रखकर कूड़े को खुले में जलाया जा रहा है। इस गैर-जिम्मेदाराना रवैये का सबसे बड़ा खामियाजा स्थानीय निवासियों और राहगीरों के साथ ही श्रद्धालुओं को भुगतना पड़ रहा है। कूड़ा जलाने से उठने वाला जहरीला धुआँ हवा को प्रदूषित कर रहा है, जिससे लोगों को साँस लेने में तकलीफ और स्वास्थ्य संबंधी समस्याएँ हो रही हैं। उत्तर प्रदेश ठोस अपशिष्ट प्रबंधन नियमावली 2021 के तहत कूड़े को जैविक, अजैविक और खतरनाक श्रेणियों में अलग करना अनिवार्य है,लेकिन कर्नलगंज में इन नियमों का कोई पालन नहीं हो रहा। सकरौरा घाट जैसे पवित्र स्थल पर कूड़ा डंप करना धार्मिक भावनाओं का अपमान है। योगी सरकार धार्मिक स्थलों को संवारने और स्वच्छता पर जोर दे रही है, लेकिन कर्नलगंज नगर पालिका इसके उलट कार्य कर रही है। सरकारी जमीन पर भूमाफियाओं का कब्जा और कूड़ा प्रबंधन के लिए बनाए गए स्थल का बेकार साबित होना प्रशासनिक विफलता को दर्शाता है। इस स्थल को सरकारी धन से बनाया गया था, लेकिन यह अब महज एक सफेद हाथी बनकर रह गया है। स्थानीय लोग जहरीली हवा और गंदगी के ढेर के बीच रहने को मजबूर हैं। कूड़ा प्रबंधन की कमी से सड़कें और गलियाँ गंदगी से अटी पड़ी हैं। जनता ने नगर पालिका के खिलाफ कई बार शिकायतें कीं, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। ऐसे में जिला प्रशासन और एनजीटी को तत्काल हस्तक्षेप कर सकरौरा घाट की सफाई और कूड़ा जलाने पर रोक लगानी चाहिए। कूड़े के वैज्ञानिक निस्तारण और रीसाइक्लिंग की व्यवस्था लागू की जाए। साथ ही, सरकारी जमीन पर अवैध कब्जे हटाने और नगर पालिका को जवाबदेह बनाने के लिए सख्त कार्रवाई जरूरी है। कर्नलगंज की जनता अब प्रशासन से इस गंभीर मुद्दे पर त्वरित और प्रभावी कदम की माँग कर रही है,ताकि पर्यावरण, स्वास्थ्य और धार्मिक स्थलों की पवित्रता को बचाया जा सके।

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