सीएमओ ने ठंड के साथ बढ़ती गलन को लेकर लोगों को किया सतर्क ।
महराजगंज । मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ0 श्रीकांत शुक्ला ने बीपी, सुगर और टीबी के मरीजों नियमित दवा लेते रहने को सलाह दी है। ठंड के साथ बढ़ती गलन को लेकर मरीजों, बुजुर्गों, बच्चों, शिशुओं, हृदय रोगियों, सांस के मरीजों और गर्भवती को भी विशेष ध्यान देने के लिए कहा है।
सीएमओ ने कहा कि इस मौसम में एकल मोटा कपड़ा पहनने के बजाय कई स्तर के कपड़े पहनें । खानपान संयमित रखें। इस भ्रम में न रहें कि जाड़े का मौसम है कुछ भी खाकर पचा लेंगे। जबकि ऐसा नहीं है। असंतुलित खानपान से सुगर बढ़ सकता है। ज्यादा नमक खाने से बी पी बढ़ जाता है। इस मौसम में ज्यादा खानपान से लोगों का पेट भी खराब हो सकता है। उन्होंने कहा कि ठंड में लोग पानी कम पीते है। जबकि हर मौसम में दो से तीन लीटर पानी पीना जरूरी है। सुगर और बीपी के मरीज हर 15 दिन पर नियमित जांच करवाते रहें। चिकित्सक से सलाह लेते रहे। दवाईयां भी लेते रहें। ठंड के मौसम में बच्चों में निमोनिया और डायरिया की आशंका बढ़ जाती है। इन बीमारियों का लक्षण दिखे तो तत्काल चिकित्सक से सम्पर्क करें। सीएमओ ने कहा कि छोटे बच्चों को लोग ज्यादा कपड़ा पहना देते हैं जिससे भीतर ही वह पसीने से तर हो जाते हैं। बच्चे कपड़े में ही मल-मूत्र त्याग कर देर तक पड़े रहते हैं। बहुत सारे बच्चे जमीन पर खेलते हैं । इन स्थितियों में बचाव करना होगा, यह बच्चों को बीमार बना सकते हैं। ठंड में बचाव के साथ साथ बच्चों की सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए।
प्रदूषण को लेकर रहे सतर्क ।
सीएमओ ने कहा कि ठंड में जलवायु परिवर्तन की वजह से वायु प्रदूषण बढ़ जाता है। प्रदूषित कण श्वसन तंत्र से शरीर के भीतर चले जाते हैं। ऐसे में जब तक धुंध और बदली रहे कोशिक करें कि बाहर न निकलें। बाहर निकलना जरूरी हो तो शरीर को पूरा ढंक कर निकलें।धूप निकलने पर ही टहलें। सोते समय घर के अंदर हीटर न जलाएं। सुगर के मरीजों को दूर से आग तापना चाहिए। नहीं तो हाथ पैर जल सकते हैं।