गंभीर मानसिक रोग है सिज़ोफ्रेनिया- सीएमओ ।

महराजगंज ।सिज़ोफ्रेनिया एक मानसिक बीमारी है। इस बीमारी से पीड़ित व्यक्ति के सोचने समझने और व्यवहार में बदलाव आ जाता है। सिज़ोफ्रेनिया की चपेट में आने पर रोगी के साथ ही परिवारीजनों की भी समस्या बढ़ जाती है । सिज़ोफ्रेनिया के प्रति लोगों में जागरूकता लाने के लिए हर साल 24 मई को विश्व सिज़ोफ्रेनिया दिवस मनाया जाता है। उक्त बातें मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ.नीना वर्मा ने कहीं। वह शुक्रवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय के सभागार में विश्व सिज़ोफ्रेनिया दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहीं थी । उन्होंने कहा कि सिज़ोफ्रेनिया गंभीर मानसिक स्वास्थ्य स्थिति है जो लोगों को सोचने, महसूस करने और व्यवहार करने के तरीकों को प्रभावित करती है। कारण कि इस बीमारी की वजह से व्यक्ति भ्रम की स्थिति में रहता है।उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ वीर विक्रम सिंह ने कहा कि सिज़ोफ्रेनिया का कोई एक कारण नहीं होता है। ऐसा माना जाता है कि इस स्थिति के पीछे पर्यावरणीय और अनुवांशिक जैसे कारण हो सकते हैं। लगातार बदलती जीवन शैली से लोग इस बीमारी के शिकार होते जा रहे हैं । तनाव और डिप्रेशन आजकल काफी गंभीर समस्या बन चुकी है। इस बीमारी के इलाज के लिए किसी मनोचिकित्सक से परामर्श लेना चाहिए । उन्होंने कहा कि इसका इलाज आमतौर पर लंबा होता है । यदि रोगी का शुरूआती चरण में ही उपचार दिया जाए तो समस्या पकड़ में आ जाती है। मनोवैज्ञानिक थेरैपी के जरिए रोगी के व्यवहार पर काम करने की कोशिश की जाती है। साथ ही रोगी के परिवार वालों की भी काउंसिलिंग की जाती है ।कार्यक्रम में अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ राजेंद्र प्रसाद, डिप्टी सीएमओ डाॅ.नीरज लाल कन्नौजिया, जिला कुष्ठ अधिकारी डाॅ.एनएन प्रसाद तथा स्वास्थ्य विभाग के अन्य स्वास्थ्य कर्मी भी मौजूद रहें।
सिज़ोफ्रेनिया के लक्षण
-खुद को अलग तरीके से रखना।
-जीवन में कम रूचि दिखाना।
-एकाएक मूड बदल जाना।
-अवसाद के लक्षण दिखना।
-भ्रम की स्थिति में रहना।
-याददास्त में कमी ।