तंबाकू मुक्त युवा समाज के लिए प्रशिक्षित किए गए शिक्षक
सीएमओ कार्यालय सभागार में तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम पर शिक्षकों के संवेदीकरण के लिए कार्यशाला

महराजगंज ।जिला स्वास्थ्य समिति के तत्वावधान में शनिवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय सभागार में राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम के तहत तंबाकू मुक्त युवा समाज और मानसिक स्वास्थ्य बिषयक कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में तम्बाकू मुक्त युवा समाज के लिए शिक्षकों का संवेदीकरण किया गया. स्वास्थ्य, शिक्षा,पुलिस विभाग के साथ साथ स्वयंसेवी संगठनों के संयुक्त प्रयासों से ही तंबाकू सेवन पर नियंत्रण लग सकेगा.इसके लिए जन समुदाय को तम्बाकू के दुष्प्रभाव को बताना होगा .जनसमुदाय से अपील की है कि तंबाकू मुक्त समाज बनाएं,स्वस्थ जीवन अपनाएं.
उक्त बातें मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ दिलीप सिंह ने कार्यशाला को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि तम्बाकू का ज्यादा सेवन जन स्वास्थ्य के खतरों में से एक है। तंबाकूं सेवन से शरीर के कई अंगों को नुकसान होता है।तंबाकू सेवन का बढ़ता प्रचलन गंभीर चिंता का विषय है.
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ राकेश कुमार ने कहा कि तंबाकू सेवन से कई बीमारियां हो सकती हैं। श्वास संक्रमण ( टीबी, निमोनिया) हृदय और रक्त सम्बंधी बीमारियां भी हो सकती हैं।
उन्होंने कहा कि कोई भी तंबाकू उत्पाद किसी भी मात्रा में सुरक्षित नहीं है. बीड़ी भी उतनी ही हानिकारक है,जितनी सिगरेट. तंबाकू चबाने से मुंह के कैंसर सहित कई रोग हो सकते हैं. तंबाकू कुछ दवाइयों का असर भी कम कर देता है. तंबाकू सेवन से त्वचा और बाल रूखे हो जाते हैं।
डिप्टी सीएमओ डाॅ. वीर विक्रम सिंह ने कहा कि कहा कि तम्बाकू मुक्त युवा समाज की रचना में शिक्षकों की अहम हिस्सेदारी व जिम्मेदारी मानी जाती है. शिक्षकों द्वारा छात्रों को बताना होगा कि तंबाकू का किसी भी रूप में सेवन न करें। सभी तंबाकू उत्पाद हानिकारक हैं। कोई भी तंबाकू उत्पाद किसी भी मात्रा में सुरक्षित नहीं है।
जिला कार्यक्रम प्रबंधक नीरज सिंह ने कहा कि तंबाकू खिलाड़ियों की शक्ति को कम कर देता है। श्वास लेने, दौड़ने और खेलकूद सम्बंधी कार्यकलापों में कठिनाई महसूस करते हैं. ऐसे में युवा समाज तम्बाकू सेवन और धुम्रपान से बचे. कार्यशाला में उपस्थित अधिकारियों और शिक्षकों ने तंबाकू मुक्त समाज बनाने का संकल्प लिया. इस अवसर पर कम्प्यूटर ऑपरेटर कमलेश भी मौजूद रहे।