शावक मिलने और मादा तेंदुए का पदचिन्ह मिलने से क्षेत्र में दहशत ।

मिठौरा ।सोहगी बरवा वन्य जीव प्रभाग के दक्षिणी चौक रेंज के जंगल से भटककर एक मादा तेंदुआ के मधुबनी गांव में पहुंचने की चर्चा विगत चार दिनों से जोरों पर चल रही हैं । गांव के चौराहे पर एक व्यक्ति के अर्धनिर्मित जमीन पर जहां बाजरे की खेती की गई है । उसके बीच में ग्रामीणों द्वारा पांच शावकों के मिलने की पुष्टि करते हुए वीडियो भी वायरल कर दिया गया है । वहीं दूसरी तरफ चार दिन बाद बुधवार को तेंदुए के पदचिन्हों का निशान भी एक किसान के धान की खेत में मिला है । जिससे ग्रामीणों सहित क्षेत्र के लोग दहशत में आ गए हैं ।
ग्राम सभा मधुबनी के मुख्य चौराहे पर बदरी यादव का मकान बन रहा हैं । जिसमें पशुओं के खाने के लिए हरे चारे के लिए बाजरा बोया गया है । रविवार को जब बदरी यादव का लड़का विनय चारा काटने गया तो उसे बाजरे की खड़ी फसल में पांच शावक दिखाई दिए । विनय तत्काल वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल भी किया लेकिन वन कर्मी उन बच्चों को बिल्ली का बच्चा बताकर मामले को दबा दिए । लेकिन बुधवार की सुबह में जब गांव के रामदुलारे चौधरी और उनकी पत्नी कोइला देवी अपने धान की खेत में निराई करने पहुंचे तो इन लोगों की आहट को सुन कर तेंदुए के गुर्राने की आवाज आई जिससे दोनों पति पत्नी दहशत में आ गए किसी तरह से जान बचाकर भाग निकले । ग्रामीणों का कहना है कि मादा तेंदुआ गांव या क्षेत्र में कहीं छिपी हुई हैं । जिसके पद चिन्हों का निशान रामदुलारे चौधरी के खेत में मिला है । इस सन्दर्भ में वन क्षेत्राधिकारी ऋषभ नायक ने बताया कि हम टीम भेजकर जांच करवा चुके है वायरल वीडियो में जो शावक का दावा किया जा रहा हैं वे मौके पर नहीं मिले हैं । बिल्ली के बच्चें हो सकते है ।
मनोज पटेल की रिपोर्ट