फाइलेरिया से बचाव की दवा खिलाने अब घर घर जा रही टीम
महराजगंज ।फाइलेरिया से बचाव के लिए सर्वजन दवा सेवन (एमडीए) अभियान का शुभारंभ हो चुका है। यह अभियान दो सितम्बर तक चलेगा। सोमवार से टीम घर घर जाकर तथा दवा खिला रही है। दवा सोमवार ,मंगलवार, गुरुवार और शुक्रवार को खिलाने की व्यवस्था है। इसके लिए 2457 टीम लगाई गई है। हर टीम में दो सदस्य हैं। पर्यवेक्षक के लिए 409 सुपरवाइजर भी लगाए गए हैं।
एसीएमओ डाॅ.राजेन्द्र प्रसाद ने बताया कि सप्ताह में चार दिन बचाव की दवा खिलाने के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम घर घर जाना शुरू कर दी है। विभाग की टीम के सामने ही दवा का सेवन करना है। उन्होंने जनपदवासियों से अपील की है कि फाइलेरिया से बचाव की दवा का सेवन अवश्य करें।
उन्होंने कहा कि फाइलेरिया जिसे आमतौर पर हाथीपांव भी कहते हैं, एक लाइलाज बीमारी है। इस बीमारी से खुद को, परिवार को और समाज को बचाने के लिए दवा का सेवन बेहद जरूरी है। लगातार पांच साल तक साल में एक बार अगर फाइलेरिया से बचाव की दवा का सेवन किया जाए तो इस बीमारी से पूरे समाज को मुक्ति मिल सकती है।
वर्ष में एक बार दवा खा लेने के बाद वर्ष भर के अव्यस्क कृमि मर जाते हैं और लगातार पांच साल तक दवा खाई जाती है तो हर साल इन अव्यस्क कृमि का सफाया तो होता ही है, साथ में वयस्क कृमि भी समाप्त हो जाता है। इस तरह से दवा का सेवन करने वाला व्यक्ति फाइलेरिया से बच जाता है। फाइलेरिया के प्रमुख लक्षणों में हाथ, पैर, स्तन व अंडकोष में सूजन हैं। यह लक्षण संक्रमित मच्छर के काटने के पांच से पंद्रह साल बाद प्रकट होते हैं।