डेंगू से बचाव के लिए रहें सतर्क-एसीएमओ ।
महराजगंज ।डेंगू से बचने के लिए सतर्कता और जागरूकता जरूरी है। गांव गांव प्रचार वाहनों के जरिए डेंगू से बचाव के लिए जन समुदाय को जागरूक किया जा रहा है । यदि किसी को डेंगू के लक्षण दिखे तो नजदीक के सरकारी अस्पताल पर जाकर चिकित्सक को दिखाएं। आवश्यक जांच कराएं । झोलाछाप के चक्कर में न पड़ें। डेंगू की प्राथमिक जांच के लिए जिला संयुक्त चिकित्सालय सहित सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर डेंगू जांच की सुविधा उपलब्ध हैं। वेक्टर बार्न डिजीज कंट्रोल प्रोग्राम के नोडल अधिकारी व एसीएमओ डाॅ.राजेन्द्र प्रसाद ने बताया कि यदि किसी डेंगू का मरीज है । और उसे काटने वाला एडीज प्रजाति का मच्छर किसी अन्य व्यक्ति को काटता है तो वह व्यक्ति भी डेंगू से ग्रसित हो जाता है। ऐसे में बचाव सबसे बेहतर उपाय है। जिले में जहां कहीं भी डेंगू के मरीज मिले हैं उन गांवों में निरोधात्मक कार्यवाही की जाती हैं। मरीज के घर के आस-पास के करीब 50 घरों में डेंगू मच्छर के पनपने वाले लार्वा को नष्ट किया जाता है। छिड़काव और फागिंग भी कराया जाता है। साथ ही मरीज के घर के अन्य सदस्यों और घर के आस-पास के लोगों का ब्लड सेंपल प्राप्त कर जांच कराया जाता है।
डेंगू से बचाव के लिए बरतें सावधानी
एसीएमओ ने बताया डेंगू से बचाव के लिए मच्छरदानी का प्रयोग करें । पूरी आस्तीन के कपड़े पहनें। कूलर, फ्रीज, गमले, टायर और पशुओं के नाद में जलजमाव न होने दें। इन पात्रों में पानी बदलते रहें। नालियों व जल भराव वाले स्थानों पर जला हुआ मोबिल डाल दें।
डेंगू के लक्षण
-अचानक तेज बुखार आना।
-शरीर पर चकत्ता निकलना।
-नाक से खून आना।
-कभी कभी बेहोशी आ जाना।
-हाथ-पैर के जोड़ों एवं -मांसपेशियों में दर्द होना।
-आंख के पिछले भाग में दर्द
-अत्यधिक कमजोरी,भूख में कमी
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डेंगू से बचाव के उपाय:
-लक्षण दिखे तो चिकित्सक से दिखाएं ।
-डेंगू के मरीज को मच्छरदानी में रखें ।
-मरीज को पूर्ण रूप से आराम कराएं।
-घर के आस-पास जलभराव न होने दें
-तरल पदार्थों का सेवन ज्यादा कराएं।
-पूरी बांह के कपड़े व मोजे पहनें।
-शरीर को कपड़े से ढंक कर रखें
-साफ सफाई पर ध्यान दें।
-फागिंग और एंटीलार्वा का छिड़काव कराएं।