
महराजगंज । जिलाधिकारी संतोष कुमार शर्मा की उपस्थिति में विकास खंड सदर के न्याय पंचायत महुअवा के ग्राम चौपरिया में क्रॉप कटिंग प्रयोग का स्थलीय निरीक्षण किया गया। इस अवसर पर कृषि विभाग के अधिकारी एवं संबंधित कर्मचारी उपस्थित रहे। निरीक्षण के दौरान रेंडम विधि से चयनित कृषक भगवती पुत्र दुर्वासा के खेत में सांख्यिकीय विधि से क्रॉप कटिंग प्रयोग संपादित किया गया। निर्धारित माप के अनुसार 43.3 वर्ग मीटर क्षेत्रफल में कटाई की गई फसल उत्पाद 21.122 किलोग्राम पाया गया। इस प्रक्रिया में फसल की पैदावार का वैज्ञानिक आकलन सुनिश्चित किया गया ताकि जनपद में कृषि उत्पादन और उत्पादकता के सटीक आंकड़े तैयार किए जा सकें। जिलाधिकारी ने कहा कि क्रॉप कटिंग प्रयोग कृषि आंकलन की एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया है, जिसके माध्यम से जिले की औसत उपज का निर्धारण किया जाता है। इन आंकड़ों के आधार पर कृषि उत्पादन के साथ-साथ प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत फसल क्षति का उचित भुगतान भी किया जाता है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि सभी ब्लॉकों में क्रॉप कटिंग प्रयोग पारदर्शिता एवं वैज्ञानिक पद्धति से समयबद्ध रूप से पूर्ण किए जाएं, ताकि कृषकों को योजनाओं का अधिकतम लाभ मिल सके। इस अवसर पर जिलाधिकारी ने उपस्थित किसानों से संवाद कर उनकी समस्याओं की जानकारी ली तथा उन्हें उन्नत कृषि तकनीकों को अपनाने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि मौसम और प्राकृतिक आपदाओं से फसल को होने वाले नुकसान की स्थिति में बीमा योजना किसानों के लिए सुरक्षा कवच का कार्य करती है। साथ ही किसानों को पराली न जलाने हेतु जागरूक किया। कहा कि पराली जलाने से न सिर्फ कृषि उत्पादकता प्रभावित होती है, बल्कि प्रदूषण भी बढ़ता है। इस सन्दर्भ में उच्चतम न्यायालय और एनजीटी का स्पष्ट निर्देश है कि खेतों में पराली न जले। क्रॉप कटिंग के दौरान दौरान उप नायब तहसीलदार विवेक श्रीवास्तव, सांख्यिकी अधिकारी भूपेंद्र गुप्ता सहित संबंधित अधिकारी एवं किसान उपस्थित रहे।
