महराजगंजउत्तर प्रदेश

झुलनीपुर बैराज और सोहगीबरवा क्षेत्र का डीएम एसपी ने किया निरीक्षण ।

महराजगंज।जिलाधिकारी अनुनय झा ने पुलिस अधीक्षक सोमेंद्र मीणा द्वारा नेपाल और पूर्वी उत्तर प्रदेश में हो रही वर्षा के कारण विभिन्न नदियों में बढ़ते जलस्तर के दृष्टिगत निचलौल क्षेत्र में झुलनीपुर बैराज और सोहगीबरवा क्षेत्र का निरीक्षण कर हालात का जायजा लिया गया।जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक ने सबसे पहले झुलनीपुर रेगुलेटर का निरीक्षण किया और जलस्तर और नेपाल से आ रहे पानी की मात्रा और वर्तमान स्थिति की जानकारी ली। अधिशासी अभियंता सिंचाई द्वितीय ने बताया कि नेपाल की ओर से 04 लाख 41 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। निरीक्षण के दौरान नदी में 3.88 लाख क्यूसेक रिकार्ड किया गया था। उन्होंने अवगत कराया कि नारायणी में जलस्तर बढ़ने पर अतिरिक्त जल सोहगीबरवा क्षेत्र में आने लगता है। जिससे क्षेत्र में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो जाती है। अधिशासी अभियंता ने बताया कि पानी का स्तर नदी में फिलहाल कम हो रहा है और स्थिति नियंत्रण में है। उन्होंने बताया की नारायणी गंडक तटबंध से आच्छादित 80 गांव भी पूरी तरह सुरक्षित हैं। जिलाधिकारी ने सभी बाढ़ चौकियों को 24× 7 हाई अलर्ट पर रखने का निर्देश दिया। साथ ही तटबंधों की लगातार निगरानी और तटबंधों के सुदृढ़ीकरण और बाढ़ से बचाव संबंधी समस्त तैयारियों को चाक–चौबंद रखने का निर्देश दिया। उन्होंने एसडीएम निचलौल को भी लगातार निगरानी और बाढ़ से निपटने हेतु सभी इंतजाम सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।

दोनो अधिकारी ट्रैक्टर पर बैठकर सोहगीबरवा क्षेत्र को देखने के लिए भी गए। यहां पर उन्होंने सोहगीबरवा, बोथहा और शिकारपुर गांव में हालात का जायजा लिया। नरायणी नदी और बिहार क्षेत्र में पड़ने वाले रोहुआ नाला में जलस्तर में वृद्धि के कारण सोहगीबरवा क्षेत्र के गांव बाढ़ से प्रभावित हैं। जिलाधिकारी ने स्थानीय लेखपाल और सचिव सहित चिकित्सा टीम को 24 घंटे बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में तैनात करने का निर्देश दिया। उन्होंने एसडीएम को बाढ़ प्रभावित गांवों से लोगों को निकालकर किसी सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने और उनके लिए खाने–पीने, चिकित्सा सही आवश्यक इंतजाम सुनिश्चित करने के लिए निर्देशित किया। एसडीआरएफ टीम को भी अलर्ट रहने के लिए कहा। सभी बाढ़ चौकियों को सक्रिय रहने का भी निर्देश दिया। उन्होंने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में सभी आवश्यक सेवाओं को सुनिश्चित करने हेतु राहत पैकेट, चिकित्सा सेवा सहित आवश्यक इंतजाम करने का निर्देश दिया। उन्होंने उपजिलाधिकारी निचलौल को पर्याप्त संख्या में नावों, नाविकों और गोताखोरों की उपलब्धता सुनिश्चित करने और बाढ़ से जुड़े सभी लोगों को सक्रिय व सतर्क रखने का निर्देश दिया।
जिलाधिकारी ने कहा कि तटबंधों की सुरक्षा और बाढ़ की स्थिति में प्रभावित गांवों में सहायता उपलब्ध कराने हेतु सभी तैयारियों को पुनः जांच लें। किसी भी स्तर पर शिथिलता क्षम्य नहीं होगी।
निरीक्षण के दौरान नौतनवां एक्सईएन सिंचाई द्वितीय राजीव कपिल, एसडीएम निचलौल मुकेश सिंह सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।

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