मुख्यमंत्री समेत उच्चाधिकारियों से लगायी न्याय की फरियाद ।

महराजगंज ।लक्ष्मीपुर स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के पुत्र व पौत्र अपनी भूमि पर कब्जा लेकर अधिकारियों के दरवाजे पर दस्तक देते थक हारकर मुख्यमंत्री समेत उच्चाधिकारियों को पत्र भेजकर न्याय की गुहार फरियाद की है। बताते चलें कि स्वतन्त्रा संग्राम मे अपनी जान की बाजी लगाकर अंग्रेजी हुकूमत की चुले हिला देने वाले स्वतंत्रता संग्राम सेनानी रामानन्द के पुत्र व पौत्र वक्त के हालत के मारे -मारे फिर रहे। पीडित शिवकुमार पुत्र शेषनाथ उर्फ शेष नारायण निवासी ग्राम एकमा ने बताया कि तहसील नौतनवां के ग्राम पैसिया ललाइन में रकबा संख्या 999 में 0.369 संक्रणीय भूमि हैं। जिसमें प्राथी के हिस्से 0.0035 हें भूमि एन एच चौड़ीकरण में भूमि अधिग्रहण हुआ था जिसका पैसा मिल चुका। अवशेष भूमि सड़क के 0.45 भूमि हैं। जिसके घेराबंदी के लिए प्रयास तो गांव के एक विशेष समुदाय के आधा दर्जन दबंग लोग मारपीट व फौजदारी पर आमदा हो गये। इतना ही नहीं तहसीलदार के आदेश पर पहुंचे हल्का लेखपाल को खरी खोटी सुनाई। जिससे आहत होकर पीड़ित मुख्यमंत्री सहित उच्चाधिकारियों को पत्र भेजकर न्याय की फरियाद की है।
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नौ वर्षों से दो दर्जन बार अपनी भूमि के पैमाइश व कब्जा को लेकर फरियाद किया था पर हर कोरा आश्वासन ही मिला। बताते चलें पीड़ित शेषनाथ व शिवकुमार ने नौ वर्ष तक दर्जनों बार तहसील दिवस के माध्यम से पत्र देकर न्याय के आस में फरियाद करता रहा लेकिन अब तक न्याय नहीं मिल सका।इस संदर्भ में उपजिलाधिकारी नौतनवा नन्दप्रकाश मौर्य ने बताया कि मामला हमारे संज्ञान में नहीं है। अगर ऐसा है तो जांच कर उचित कार्रवाई की जायेगी।
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स्वतन्त्रता संग्राम सेनानी रामानन्द मूलतः धानी के निवासी रहें । व्यवसाय व रोजी रोटी के लिए साप्ताहिक बाजार करते हुए लक्ष्मीपुर में बस गये। स्वतंत्रता संग्राम सेनानी की बेवा पत्नी लक्ष्मीपुर में रहते हुए अपना जीवन यापन करते हुए अपने के बीच अंतिम सांस ली।