घर से गायब हुए बच्चे चार दिन बाद दिल्ली से बरामद।

महाराजगंज । पढ़ाई के लिये मां ने डांटा तो नाराज बच्चे घर से निकल भागे। इधर उधर भटकते हुए बच्चे राजधानी दिल्ली पहुंच गये। सूचना पर तलाशी में जुटी महराजगंज पुलिस और स्वाट टीमों ने चार दिन के अंदर बच्चों को दिल्ली से सकुशल बरामद कर लिया है। पुलिस बच्चों के बयान विधिक प्रक्रिया से करवाकर अन्य कार्यवाही कर रही है। त्वरित कार्रवाई करके बच्चों को बरामद करने वाली पुलिस टीमों को पुलिस अधीक्षक ने 20 हजार रुपये का इनाम देने की घोषणा की है।घटनाक्रम के मुताबिक वादनी निवासी ग्राम गुजरौलिया थाना बृजमनगंज जिला महराजगंज द्वारा 24 जून को अपने तीन बच्चे जिसमें एक लड़की की उम्र 14 वर्ष, बालक उम्र 6 वर्ष एवं बालिका उम्र 3 वर्ष के गुमशुदगी के सम्बन्ध में थाना बृजमनगंज पर मुकदमा पंजीकृत कराया गया। एक साथ एक घर के तीन बच्चों के गायब होने की सूचना पर पुलिस अधीक्षक सोमेन्द्र मीना ने पुलिस और स्वाट टीमों को जल्द से जल्द बरामदगी के निर्देश दिये। इस पर बच्चों की बरामदगी के लिये तत्काल स्वाट टीम के साथ थाना स्थानीय के उ0नि0 मदन मोहन मिश्र, उ0नि0 प्रशि० अरविन्द कुमार यादव, अशरफ अली सीमा तिवारी को बरामदगी के लिए लगाया गया। गठित टीम द्वारा मुकदमा उपरोक्त से सम्बन्धित गुमशुदा तीनों बच्चों को 28 जून को सुबह 09.00 बजे सकुशल खैरागांव नजफगढ़ दिल्ली शहर से बरामद किया गया। एवं गुमशुदा बालको को थाना स्थानीय पर लाकर उनके परीजनो को सुपुर्द कर विधिक कार्यवाही की जा रही है। अब तक की जांच एवं पूछताछ में सामने आया कि बच्चों का पिता कहीं बाहर रहकर नौकरी करता है। घर में बच्चे अपनी मां के साथ रहते हैं। इसमें से 14 साल की बड़ी बेटी को मां ने पढ़ाई के लिये डांट दिया। इससे क्षुब्ध होकर वह अपने दो भाई बहनों के साथ घर से चली गई। इधर उधर भटकते हुए वह दिल्ली तक जा पहुंची। पुलिस टीमों ने अन्य जनपदों, रेलवे और बस स्टेशनों से समन्वय स्थापित करके तीनों बच्चों को सकुशल बरामद कर लिया है। आसपास के अन्य जनपदों एवं रेलवे व परिवहन विभाग से संपर्क एवं समन्वय स्थापित करके पुलिस और स्वाट टीमों ने जिस तरह से बच्चों की बरामदगी की है उसकी सराहना करते हुए पुलिस अधीक्षक सोमेंद्र मीना ने टीमों को 20 हजार रुपये का पुरस्कार एवं प्रशस्तिपत्र देने की घोषणा की है।