महराजगंजउत्तर प्रदेश

औचक निरीक्षण में अपंजीकृत मिले एक दर्जन निजी अस्पताल।

महराजगंज। लगातार मिल रही शिकायतों के मद्देनजर मंगलवार को सीएमओ के निर्देशन में जिले के विभिन्न निजी अस्पतालों का औचक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान अवैध मिले जहां सात अस्पतालों को सीलबंद करा दिया गया, वहीं पांच अस्पतालों को नोटिस जारी किया गया है।सीएमओ के निर्देशन में नौतनवा एसडीएम तथा डिप्टी सीएमओ डाॅ. राजेश द्विवेदी ने औचक निरीक्षक किया। निरीक्षण के क्रम में सबसे पहले महुअवा ढाला सदर महराजगंज का निरीक्षण किया तो वहां शिवम निषाद के अपंजीकृत अस्पताल को सीलबंद करा दिया गया। उसके बाद नगर के शास्त्री नगर स्थित आनंद क्लीनिक के निरीक्षण के दौरान चिकित्सक नहीं मिले। क्लीनिक पंजीकृत न होने की दशा में नोटिस जारी किया गया। शास्त्री नगर वार्ड में ही स्थित चतुर्वेदी डेंटल क्लीनिक का निरीक्षण किया तो यहाँ भी चिकित्सक नहीं मिले। क्लीनिक पंजीकृत न होने की दशा में नोटिस जारी किया गया।भिटौली स्थित दंत चिकित्सालय भी अपंजीकृत पाया गया। जिसे तत्काल सील बंद करा दिया गया। धर्मपुर स्थित एक डेंटल क्लीनिक अपंजीकृत मिला। उसे भी सील बंद करा दिया गया। परतावल बाजार कप्तानगंज रोड पर भी एक गैर पंजीकृत डेंटल लैब पाया गया। इसे भी तत्काल प्रभाव से सीलबंद करा दिया गया। परतावल बाजार कप्तानगंज रोड पर ही स्थित एक अन्य डेंटल लैब भी अपंजीकृत पाया गया । जिसे तत्काल सीलबंद करा दिया गया। हाॅस्पिटल रोड परतावल बाजार में स्थित दांत का अस्पताल पंजीकृत न होने के कारण नोटिस जारी किया गया। हाॅस्पिटल रोड परतावल बाजार में स्थित एक अस्पताल के चिकित्सक कहीं बाहर गए थे। उन्हे नोटिस जारी किया गया है।परतावल के ही शिवम डेंटल क्लीनिक कप्तानगंज रोड परतावल का निरीक्षण किया तो वह भी क्लीनिक अपंजीकृत मिला। जिसे सीलबंद करा दिया गया। बाम्बे डेंटल क्लीनिक परतावल बाजार के निरीक्षण के दौरान अस्पताल गैर पंजीकृत मिला। उसे नोटिस जारी किया गया। भगवानपुर नौतनवा स्थित एक अस्पताल का निरीक्षण एसडीएम नौतनवा और अधीक्षक सीएचसी रतनपुर ने संयुक्त रूप से किया। अस्पताल अपंजीकृत होने की वजह से तत्काल सील बंद किया गया।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
.site-below-footer-wrap[data-section="section-below-footer-builder"] { margin-bottom: 40px;}