शतरंज के खेल से खिलाड़ियों के मस्तिष्क का होता है विकास= डॉ0 भारत ठाकुर।

मिठौरा।ढाणी स्थित सेंट जोसेफ स्कूल में जिला शतरंज स्पोर्ट्स एसोसिएशन द्वारा अंडर-7, अंडर-9, अंडर-11, अंडर-13, अंडर-15 एवं अंडर-17 जिला स्तरीय शतरंज प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें सभी विजेता खिलाड़ियों को प्रशस्ति पत्र व पुरस्कार देकर मुख्य अतिथि द्वारा सम्मानित किया गया। 26 मई को आयोजित समापन समारोह में शतरंज एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. ठाकुर भरत श्रीवास्तव मुख्य अतिथि थे। इस अवसर पर शतरंज एसोसिएशन के उपाध्यक्ष डॉ.एसके वर्मा के अलावा डॉ.डीके साहनी और डॉ.कृष्णा सहनी ने विशिष्ट अतिथि के रूप में कार्यक्रम में भाग लिया।
मुख्य अतिथि डॉ.ठाकुर भरत श्रीवास्तव ने खिलाड़ियों को संबोधित करते हुए कहा कि हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी महराजगंज जिला शतरंज खेल संघ द्वारा खिलाड़ियों के लिए निःशुल्क शतरंज प्रशिक्षण एवं निःशुल्क शतरंज प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।उन्होंने कहा कि यहां आयोजित प्रशिक्षण एवं प्रतियोगिता में लगभग 100 बच्चों की भागीदारी से हम समझ सकते हैं कि बच्चे शतरंज का खेल सीखना चाहते हैं और वे इस खेल के माध्यम से आगे बढ़ना चाहते हैं। विशिष्ट अतिथि डॉ एस के वर्मा ने कहा कि शतरंज के खेल से खिलाड़ियों के मस्तिष्क का विकास तेजी से होता है ऐसे खेल मैं सभी खिलाड़ियों को भाग लेना चाहिए। उन्होंने ने कहा कि शतरंज खेलने से न सिर्फ मानसिक व्यायाम हो जाती है बल्कि इससे मानसिक तनाव भी दूर हो सकता है।
विशिष्ट अतिथि डॉ.डीके साहनी ने कहा कि शतरंज रणनीतिक सोच की कला सिखाता है। जीवन में, शतरंज की बिसात की तरह, अपने निर्णयों के परिणामों पर विचार करना और कई चालों की योजना बनाना महत्वपूर्ण है। चुनौतियों का अनुमान लगाने और अल्पकालिक तथा दीर्घकालिक परिप्रेक्ष्य दोनों रखने से व्यक्ति को विभिन्न परिस्थितियों में बेहतर निर्णय लेने और किसी भी स्थिति के अनुकूल ढलने में मदद मिलती है।विशिष्ट अतिथि डॉ. कृष्णा साहनी ने सभी खिलाड़ियों को बधाई दी और लगातार अभ्यास करने को कहा। उन्होंने बच्चों को याद दिलाया कि निरंतर अभ्यास से ही खेल के क्षेत्र में ऊंचाईयों तक पहुंचा जा सकता है। उन्होंने बच्चों से अपील की कि सभी खिलाड़ी अपनी मेहनत से आगे बढ़ें और सफलता हासिल कर इस जिले का नाम रोशन करें।
यू-7 और यू-9 बालक और बालिका वर्ग के विजेताओं के लिए डॉ. कृष्ण सैनी, यू-11, यू-13 बालक और बालिका वर्ग के विजेताओं के लिए डॉ. डीके साहनी और यू-15 बालक एवं बालिका वर्ग के विजेताओं के लिए डॉ.एसके वर्मा तथा अंडर-17, ओपन बालक एवं बालिका वर्ग के विजेताओं को डॉ. ठाकुर भरत श्रीवास्तव ने ट्रॉफी एवं प्रमाण पत्र वितरित किये।सभी अतिथियों ने चार दिवसीय शतरंज प्रशिक्षण में भाग लेने वाले सभी खिलाड़ियों को सहभागिता प्रमाण पत्र वितरित किये।अंडर-7 लड़कों के वर्ग में आदर्श पटेल ने पहला, आशुतोष यादव ने दूसरा और अंशुमन गुप्ता ने तीसरा स्थान हासिल किया, जबकि लड़कियों के वर्ग में शानवी मिश्रा ने पहला और अविरल ने दूसरा स्थान हासिल किया।अंडर-9 लड़कों के वर्ग में यशस्वी ने पहला, चंद्र भूषण पटेल ने दूसरा और शौर्य जायसवाल ने तीसरा स्थान हासिल किया, जबकि लड़कियों के वर्ग में वर्तिका पटेल ने पहला, आराध्या गुप्ता ने दूसरा और अंशिका पटेल ने तीसरा स्थान हासिल किया।
अंडर-11 लड़कों के वर्ग में मारुति नंदन ने पहला, अनिमेष सिंह ने दूसरा और फरहान सिद्दीकी ने तीसरा स्थान हासिल किया, जबकि लड़कियों के वर्ग में प्रत्यक्षा राय ने पहला, अतुल्य धमकाया ने दूसरा और सौम्या पटेल ने तीसरा स्थान हासिल किया।अंडर-13 लड़कों के वर्ग में आर्यन सिंह ने पहला, आर्य प्रताप ने दूसरा और श्रेयेश द्विवेदी ने तीसरा स्थान हासिल किया, जबकि लड़कियों के वर्ग में वैष्णवी गुप्ता ने पहला, अमृता जायसवाल ने दूसरा और नैंसी यादव ने तीसरा स्थान हासिल किया।अंडर-15 लड़कों के वर्ग में आर्यन पटेल ने पहला, आकर्श पटेल ने दूसरा और आशुतोष कुमार ने तीसरा स्थान हासिल किया, जबकि लड़कियों के वर्ग में श्रेया पटेल ने पहला, दीपशिखा गौतम ने दूसरा और सोनम वर्मा ने तीसरा स्थान हासिल किया।
अंडर-17 लड़कों के वर्ग में संदीप सिंह ने पहला, अयांश सिंह ने दूसरा और अनुग्रह थॉमस ने तीसरा स्थान हासिल किया, जबकि लड़कियों के वर्ग में प्रीति गुप्ता ने पहला और दीपांजलि गौतम ने दूसरा स्थान हासिल किया।ओपन के वर्ग में उदय गुप्ता ने पहला, अर्पित मिश्रा ने दूसरा और गणेश गुप्ता ने तीसरा स्थान हासिल किया।आर्बिटर की जिम्मेदारी राम विलास सिंह और सीजे थॉमस ने संभाली।कार्यक्रम में विद्यालय के खेल शिक्षक गुफरान, शिक्षिका रूबी, ऋचा, निभा समेत कई लोग उपस्थित थे।